Moscow Ban on underwear: आपने सुना होगा कि दुनिया के कई देशों में कपड़ों के फैशन को लेकर अलग-अलग नियम होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रूस में एक खास तरह के अंडरवियर पहनने पर सख्त बैन लगा हुआ है?
जी हां, ये सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन रूस में महिलाओं के लेस वाले अंडरवियर पहनने पर कानूनी पाबंदी है।
क्या है यह अनोखा कानून?
रूस, कजाकिस्तान और बेलारूस जैसे देशों में लेस अंडरवियर के उत्पादन, आयात और बिक्री पर 2011 में कानून के तहत रोक लगा दी गई थी।
सरकार का मानना है कि ऐसे अंडरवियर त्वचा संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।
क्यों लगा ये बैन?
रूसी सरकार के अनुसार, लेस अंडरवियर ज्यादातर सिंथेटिक कपड़ों से बनाए जाते हैं, जो शरीर की नमी को अवशोषित नहीं करते।
इससे महिलाओं को त्वचा में एलर्जी, संक्रमण और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
यही वजह है कि स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए इस तरह के अंडरवियर पर बैन लगाया गया।
जनता ने किया विरोध
इस अजीबोगरीब कानून को लेकर कई बार महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन भी किए।
लेकिन सरकार ने इस बैन को स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जरूरी बताते हुए अपना फैसला बरकरार रखा।
दुनिया में कहीं और नहीं है ऐसा कानून
रूस का यह कानून इसलिए भी चर्चा में रहता है क्योंकि दुनिया के बाकी किसी देश में अंडरवियर पर ऐसा बैन नहीं लगाया गया है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सही कपड़े चुनना सेहत के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन इस तरह के बैन पर सवाल भी उठते हैं कि क्या सरकार को लोगों की निजी पसंद में दखल देना चाहिए।
फैशन या स्वास्थ्य – कौन है ज्यादा जरूरी?
रूस में यह कानून भले ही स्वास्थ्य कारणों से लगाया गया हो, लेकिन यह बहस का विषय बना हुआ है कि सरकार का इस तरह के निजी मामलों में हस्तक्षेप कितना सही है।