खूंटी: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को तेजस्विनी परियोजना के विभिन्न क्लब के 60 किशोरियों को तोरपा ग्रामीण महिला संघ का भ्रमण कराया गया और महिला संघ द्वारा संचालित लघु कुटीर उद्योगों की जानकारी दी गयी।
उन्हें लाह की चूड़ी बनाना, बांस से अलग-अलग घरेलू सामान बनाना, हल्दी उत्पादन व मधु उत्पादन इत्यादि की विस्तृत जानकारी दी गई।
परियोजना के जिला स्तरीय पदाधिकारी ने बताया कि महिलाओं और किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजस्विनी परियोजना रोजगार एवं स्वरोजगार के माध्यम से अधिक से अधिक महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
जिले के सभी 465 क्लब में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। इसमें देलाबु इसकुल तेबुआ (आओ स्कूल चलें) अभियान के अंतर्गत प्रभातफेरी निकाल कर शिक्षा की आवश्यकता और महत्व के सम्बंध में बताया गया।
साथ ही स्थानीय स्तर पर सुगम रूप से उपलब्ध संसाधन का उपयोग कर आय वृद्धि की विभिन्न गतिविधियां एवं कार्यक्रम आयोजित किये गए।
क्लब की किशोरियों द्वारा प्रभातफेरी व योगाभ्यास भी किया गया। साथ ही पत्ते की थाली, पेपर से ठोंगा, अन्य घरेलू सामानों प्रदर्शनी भी लगाई गयी, जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रतिकूल वस्तु का उपयोग कम से कम करने के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
सेविकाओं सहियाओ के बीच मनाया गया महिला दिवस
मुरहू प्रखंड कार्यालय में जिला प्रशासन और बेटर वर्ल्ड फाउंडेशन द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया।
मौके पर सेविकाओं और सहियाओं के योगदान पर चर्चा की गयी। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं ने अपने कर्तव्यों का पूर्ण पालन करते हुए बच्चों की जीवन सुरक्षा में योगदान दिया है और समय पर गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाया है।
अपने आंगनवाड़ी केंद्र पर अन्नप्राशन और गोदभराई जैसी स्वास्थ्य ओर पोषण से संबंधित गतिविधियां आयोजित कर समुदाय को जागरूक किया है।