लोहरदगा: लोहरदगा में मांद बनाकर बैठे नक्सलियों के खात्मे के लिए सुरक्षा बलों ने चौतरफा घेराबंदी शुरू कर दी है।
जिले के उग्रवाद प्रभावित पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल के पास रविवार को एक बार फिर नक्सलियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई।
दोनों तरफ से करीब आधे घंटे तक रुक-रुक कर गोलियां चलीं। मुठभेड़ स्थल बुलबुल नाला बताया जा रहा है।
मुठभेड़ के बाद चलाए जा रहे सर्च अभियान
मुठभेड़ के बाद चलाए जा रहे सर्च अभियान में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के कुछ हथियार, कारतूस और नक्सली पिट्ठू भी बरामद हुए हैं।
फिलहाल, सुरक्षा बल जमीन ऑपरेशन चलाने के साथ इलाके में हेलिकॉप्टर से निगरानी कर रहे हैं।
पिछले 96 घंटे से लगातार सुरक्षा बलों की अलग-अलग टुकड़ियां इलाके में सर्च अभियान चला रही हैं। इसमें नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच तीन बार मुठभेड़ हो चुकी है।
अब तक इस ऑपरेशन में तीन जवान घायल हो चुके हैं
नक्सलियों ने अपने कैंप के आसपास लैंडमाइंस बिछाया हुआ है। लिहाजा इलाके में आगे बढ़ने से पहले सुरक्षा बलों को चप्पे-चप्पे की जांच करनी पड़ रही है।
अब तक इस ऑपरेशन में तीन जवान घायल हो चुके हैं। इसके बावजूद सुरक्षा बलों के हौसले बुलंद हैं। नक्सली बार-बार पीछे हट रहे हैं। अब तक सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की ओर से बनाए गए छह बंकर को ध्वस्त कर दिया है।
जवान की स्थिति गंभीर
सर्च अभियान के दौरान घायल हुए जवान तोमन कुमार (27) की स्थिति नाजुक बनी हुई है। नक्सलियों की ओर से लगाए गए विस्फोटक की जद में आने से जवान का बायां पैर उड़ गया है।
जवान का इलाज रांची के मेडिका अस्पताल में चल रहा है। जवान का इलाज कर रहे डा अंकुर सौरव और डा कुमार विशाल ने बताया कि मरीज की हालत काफी नाजुक है और अगले 24 घंटे के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
मेडिका अस्पताल के एडवाइजर डा आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि मरीज काफी गंभीर रूप से घायल है। उसका बांया पैर घुटने के नीचे से उड़ चुका है।
इस अब सर्जरी के जरिए ठीक किया जाएगा। दाहिने पैर में भी ब्लास्ट के कारण मांसपेशी को नुकसान पहुंचा है।
इस घटना की सूचना जैसे ही पुलिस के वरीय पदाधिकारियों को मिली, वैसे ही हेलीकॉप्टर को अलर्ट कर दिया गया।
तत्काल लोहरदगा से पेशरार तक हेलीकॉप्टर उड़ान भरने लगी है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बल के जवान पूरी तरह से तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले 72 घंटे के दौरान लोहरदगा जिले में नक्सलियों के साथ एनकाउंटर की यह तीसरी घटना है, जबकि लैंडमाइंस की चपेट में आने से अब तक सीआरपीएफ के तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।
कई नक्सलियों को भी गोली लगने की बात सामने आ रही है। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के बंकर को भी ध्वस्त किया है।