लोहरदगा: बाल शोषण की बुनियाद समाज से ही पड़ती है। इन घटनाओं को रोकना समाज के प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। इस सामाजिक बुराई को हमें एकजुट होकर सामूहिक रूप से समाप्त करना होगा।
उक्त बातें उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने नया नगर भवन, लोहरदगा में आयोजित “जनसंवाद” कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही।
यह कार्यक्रम कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन, जस्टिस एवरी चाइल्ड और एलजीएसएस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि सामाजिक बुराई के शिकार बच्चों की पढ़ाई छूटती है, समाज छूटता है। जिला प्रशासन की ओर से ऐसे बच्चों को मुआवजा दिया जाता है।
हमें जुर्म करने वाले व्यक्तियों से सख्ती से निपटने की आवश्यकता है ताकि फिर कोई जुर्म ना हो। हमें बचपन को गुलामी से बचाना है.
उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा ने कहा कि सभी लोगों को अपना कर्तव्य निभाने की जरूरत है।
बाल शोषण, मानव व्यापार या अन्य कोई भी अपराध की सूचना त्वरित रूप से पुलिस को दें ताकि कोई भी कार्रवाई करने में देरी नहीं हो। हमें ऐसे अपराध को रोकना है, स्वस्थ समाज की अवधारणा बनाना है।
डालसा सचिव आरती माला ने कहा कि जिले में अब भी ट्रेफिकिंग के मामले हैं लेकिन उनकी रिपोर्टिंग कम हो रही है। सेन्हा और कुडू में अधिक मामले हैं।
हम सभी का कर्तव्य है ऐसे मामलों की जानकारी नजदीकी थानों को दें। अपने बच्चों का ख्याल रखें। हमेशा सक्रिय रहें ताकि बच्चों के साथ किसी प्रकार की अनहोनी ना हो।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कहा कि जिला में लोहरदगा महिला थाना क्षेत्र परिसर में सखी वन स्टॉप सेंटर भवन बनाया गया है।
इसमें किसी भी महिला के साथ अगर किसी प्रकार का शोषण हुआ है, किसी प्रकार के हिंसा की शिकार हुई है, तो उस महिला को पुलिस सहायकता, विधिक सहायता और पांच दिन के आवासन की सुविधा दी जा रही है। पीड़िता को पूरा सहयोग दिया जा रहा है.
कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि चंद्रशेखर अग्रवाल, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत प्रसाद, बाल संरक्षण पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउण्डेशन की स्टेट प्रोग्राम मैनेजर निपा दास, होप संस्था की सचिव मनोरमा एक्का, एलजीएसएस के सचिव सीपी यादव ने अपने विचार व्यक्त किये.