रांची: भाषा विवाद में अब राज्य के कई पूर्व विधायक और सांसद भी शामिल हो गए हैं। इस आंदोलन में शामिल पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि बिहारी संस्कृति वाले जिले पलामू, गढ़वा, लातेहार और चतरा को बिहार को सौंप दिया जाए।
जबकि वहां के भागलपुर, बांका और जमुई जिलों का विलय झारखंड में हो। इससे भाषा विवाद का भी हल निकल जाएगा और भोजपुरी, मगही एवं अंगिका वाले बिहार में चले भी जाएंगे।
बेसरा ने गुरूवार को बताया कि भाषा आंदोलन में जयराम महतो और उनके साथियों को सहयोग देने के लिए पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो, पूर्व विधायक देवकुमार धान, बीपीएससी के सदस्य रहे करमा उरांव आदि कई बड़े नेता रहेंगे।
उन्होंने कहा कि बजट सत्र को देखते हुए इस आंदोलन को व्यापक रूप देने की तैयारी है। 28 फरवरी को ग्रामसभा से विधानसभा तक मानव श्रृंखला बनेगी। 14 मार्च को घेरा डालो – डेरा डालो के अंतर्गत गांवों के लोग राजधानी रांची पहुंचेंगे और वे विधानसभा का घेराव करेंगे।