रांची: जमशेदपुर के पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है।
पत्र लिखकर उन्होंने झारखंड की नई रोजगार नीति में ”हिंदी” को सामान्य भाषा के रूप में शामिल करने का अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि हम सभी जानते हैं कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएससीसी) द्वारा सरकारी नौकरियों के लिए आयोजित परीक्षाओं में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की अनिवार्य भाषाओं की सूची से हिंदी को हटाने से झारखंड में विवाद छिड़ गया है।
ये उन हिंदी भाषी स्थानीय लोगों के साथ अन्याय होगा जो लंबे समय से झारखंड में रह रहे हैं। ऐसे में हिंदी भाषी बाहुल अभ्यर्थियों के अवसर में कटौती करना संविधान की भावना के अनुरूप नहीं हैं।
उन्होंने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि रांची, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, गोड्डा, देवघर, साहेबगंज, जामताड़ा, डालटनगंज, हजारीबाग, लोहरदगा, गुमला एवं अन्य जिला के अभ्यर्थियों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए हिंदी को सामान्य भाषा की सूची में शामिल किया जाए।
डॉ अजय कुमार ने पत्र की प्रतिलिपि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, झारखंड कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पाण्डेय और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को भी भेजा है।