रांची: अपराध अनुसंधान विभाग (CID) ने कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के जैकपॉट ईनाम मिलने के नाम पर 90 लाख रूपये की साईबर ठगी करने वाले साइबर अपराधी जन्मजय दास (44 )को गिरफ्तार किया है।
इसके पास से एक मोबाइल और एक आधार कार्ड बरामद किया गया है।
साइबर डीएसपी नेहा बाला ने शुक्रवार को बताया कि साइबर अपराधी की गिरफ्तारी ओडिशा राज्य के केन्द्रापाड़ा जिला से की गई है।
डीएसपी ने बताया कि कोडरमा जिले के जयनगर थाना निवासी प्रभु महतो ने रांची साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि
साइबर अपराधी ने कौन बनेगा करोड़पति के जैकपॉट ईनाम मिलने के नाम पर कुल 90 हजार रूपये की साईबर ठगी कर ली गई है।
डीएसपी ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में अपराधी की संलिप्तता के बिन्दु पर अनुसंधानकर्ता पुलिस निरीक्षक सतीश कुमार गोराई की ओर से छापामारी कर मामले में शामिल एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अभियुक्त के पास से मामले से संबंधित समान को बरामद किया गया है।
डीएसपी ने साइबर अपराधी के अपराध करने के तरीके को बताया। उन्होंने बताया कि इस अपराध को करने के लिए साईबर अपराधी विभिन्न वर्चुअल नंबर इंटरनेशनल नंबर से लोगो को इंटरनेट कॉल करते है और उन्हें केबीसी जैकपॉट में विजेता बनने की बात बोलते है।
केबीसी में आगे खेलने के लिए और अधिक पैसा जीतने के लिए यह लोगो से सवाल पूछते है, और जीत का पैसा पाने के लिए जीएसटी टैक्स एवं अन्य चार्ज के नाम पर विभिन्न बैंक खाताओं में धोखे से विश्वास में लेकर पैसे जमा करवा लेते है।
डीएसपी ने साइबर अपराधी से बचने के तरीका भी बताया। इनमें किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से केबीसी जैकपॉट के नाम पर कॉल आने पर उनसे अपनी निजी जानकारी साझा ना करें, केबीसी के नाम पर किसी प्रकार के कॉल आने पर नम्बर की जांच केबीसी के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर करें और लॉटरी के नाम पर आने वाले कॉल के झासे में पड़ कर किसी बैंक खाते में पैसे जमा ना करे।