रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड मामले में दो नक्सलियों को मोस्ट वांटेड घोषित किया है।
एनआइए ने एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी और गुरुवा मुंडा को मोस्ट वांटेड घोषित किया है। साल 2021 के नवंबर महीने में झारखंड पुलिस ने प्रशांत बोस को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद एनआइए को पतिराम मांझी और गुरुवा मुंडा की तलाश है। पतिराम मांझी के ऊपर पांच लाख का इनाम भी घोषित किया है।
इससे पूर्व रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड की जांच झारखंड पुलिस की सीआईडी कर रही थी। इसके बाद 30 जून, 2017 को एनआइए ने रांची के बुंडू थाना में दर्ज मामले को टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 11/2017 डीएलए दर्ज किया था।
इस मामले में एनआइए ने आइपीसी की धारा 302, 379, 120बी और 34, आर्म्स एक्ट, यूएपी की धारा के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले की जांच जारी है।
उल्लेखनीय है कि रमेश सिंह मुंडा 09 जुलाई, 2008 को बुंडू के एसएस हाईस्कूल में खेल समारोह में भाग लेने गए थे। वह समारोह को संबोधित कर रहे थे।
तभी नक्सली स्कूल पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें विधायक की मौत हो गई थी। दो बॉडीगार्ड और एक युवक भी मारा गया था लेकिन तीसरा बॉडीगार्ड शेषनाथ सिंह बच गया था।
उसे खरोंच तक नहीं आई। इसे संयोग समझा गया। बाद में एनआइए ने शेषनाथ सिंह को धनबाद से गिरफ्तार किया था और पहली बार खुलासा किया कि नक्सली गिरोह ने उसकी सूचना पर स्कूल आकर विधायक को गोली मारी थी।