रांची: आजसू पार्टी की सात मार्च को होने वाले विधानसभा घेराव को दबाने के लिए हेमंत सोरेन सरकार ने सभी सरकारी तंत्रों को लगा दिया है। यह बात आजसू प्रवक्ता देवशरण भगत ने रविवार को पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर झारखंड पुलिस के अधिकारी चुन-चुन कर आजसू कार्यकर्ताओं को नोटिस भेज रहे हैं।
पूर्वानुमान के हिसाब से 50 हज़ार का बॉन्ड एवं दो जमानतदार के साथ आजसू कार्यकर्ताओं को कल एसडीओ कोर्ट में हाज़िर होने का नोटिस दिया जा रहा है। यह नोटिस लगभग पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा है।
अबतक कुल 10 हज़ार कार्यकर्ताओं को नोटिस थमाया गया है।
उन्होंने कहा कि झारखण्डियों की आवाज़ दबाने के लिए आज जो हेमंत सोरेन सरकार कर रही, ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ।
झारखण्ड आंदोलन के समय कांग्रेस और राजद का जो चरित्र था, वही चरित्र हेमंत सोरेन दिखा रहे हैं लेकिन शायद सरकार यह भूल गयी है कि आजसू पार्टी का जन्म ही संघर्ष से हुआ है।
भगत ने कहा कि जब-जब झारखण्डियों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की गयी, झारखंड की जनता ने उलगुलान किया है।
साथ ही कहा कि तमाम राजशाही फरमानों के बावजूद आजसू पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक सोमवार को सड़कों पर उतरेंगे।