रांची: राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने शुक्रवार को रिम्स की व्यवस्था और आगे की कार्ययोजना पर चर्चा की।
निदेशक ने बताया कि रिम्स प्रबंधन ने जन औषधि केंद्र के संचालन का जिम्मा ओपन टेंडर के माध्यम से मेसर्स बिन्ध्या मेडिकल को दिया है।
यहां पौने छह सौ तरह की दवाइयां मरीजों के लिए उपलब्ध है। मरीजों को यहां एमआरपी से सात प्रतिशत डिस्काउंट पर दवा मिल रहा है।
निदेशक शुक्रवार को प्रशासनिक भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने डॉक्टरों के द्वारा ब्रांडेड दवा लिखे जाने के मामले पर कहा कि यदि ऐसी बातें है तो इसकी जानकारी चिकित्सा अधीक्षक को दें।
ब्रांडेड दवा लिखने वाले डॉक्टरों पर नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कहा कि मैं इस अस्पताल को रूल ऑफ लॉ (नियम-कानून) से चलाना चाहता हूं लेकिन इससे यहां काम करने वाले कुछ चिकित्सकों को परेशानी हो रही है।
अस्पताल में नर्सों की बहाली पर रिम्स निदेशक ने कहा कि बहाली के लिए झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (जेएसएससी) को जिम्मेदारी दी गयी है।
उनके ही द्वारा बहाली की जाएगी। निदेशक ने कहा कि नर्स के 370 पदों के लिए जेएसएससी को अधियाचना भेज दी गयी है।
उन्होंने बताया कि सातवें वेतनमान के एरियर का भुगतान जल्द ही डॉक्टरों को किया जाएगा। डॉक्टरों को 35 लाख तक के एरियर का भुगतान किया जाना है।
हर छह महीने में पांच लाख रुपये का भुगतान होगा। इस मद में 16,59,34,443 रुपये का भुगतान किया जाएगा।