रांची: झारखंड में अप्रैल से जून के बीच एक से 12 तक के छात्रों के लिए स्पेशल क्लास चलेगी। कोरोना के कारण स्कूलों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जायेगी।
इसके तहत राज्य के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले पहली से 12वीं तक के सभी बच्चों के लिए अप्रैल से जून तक विशेष कक्षाएं चलेंगी। राज्य सरकार ने इसे निदानात्मक शिक्षा का नाम दिया गया है।
इसी तीन महीने में बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं चलायी जायेंगी
इसके लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में 40 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने निदानात्मक शिक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली है।
विभाग इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी करेगा। शिक्षा विभाग ने वर्ष 2021-22 के लिए शैक्षणिक सत्र को तीन माह के लिए बढ़ा दिया है।
इस वर्ष शैक्षणिक सत्र 31 मार्च की जगह 30 जून को समाप्त होगा। इसी तीन महीने में बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं चलायी जायेंगी।
अलग से पाठ्य सामग्री भी तैयार
बच्चों के विशेष कक्षा संचालन को लेकर अलग से पाठ्य सामग्री भी तैयार की जा रही है।इसके लिए स्कूलों को अलग से किताब उपलब्ध कराई जायेगी।
राज्य में पिछले दो साल से कोरोना के कारण स्कूल बंद थे। कक्षाएं भी बाधित रहीं। पहली से पांचवीं तक के बच्चों के लिए तो 23 माह बाद स्कूल खुले हैं।
ऐसे बच्चों की पिछली दो कक्षाओं की पढ़ाई बिना स्कूल आये ही पूरी हुई है। ऐसे में विशेष कक्षा में पिछली दो कक्षाओं की आधारभूत जानकारी को आधार बनाया जायेगा, जिससे बच्चों को अगली कक्षाओं की पढ़ाई में परेशानी नहीं हो।