रांची: राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे झारखंड के बच्चों की सकुशल वापसी होगी।
इसको लेकर झारखंड सरकार की ओर से कदम उठाए जा रहे है। आलम शुक्रवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इन लोगों को लाने के लिए झारखंड सरकार ने भारत सरकार से संपर्क किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इस संबंध में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से बात हुई है।
आलम ने कहा कि जमशेदपुर, गोड्डा, दुमका और रांची आदि जिलों के छात्र-छात्राएं यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। इसकी सूचना मिली है। राज्य सरकार पूरी नजर रख रही है और इस दिशा में पहल की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने इस दिशा में पहल करते हुए विदेश मंत्रालय से संपर्क साधा
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विदेश मंत्रालय से संपर्क साधा है। सोरेन ने विदेश मंत्रालय से यूक्रेन के फंसे लोगों की मदद करने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची को टैग करते हुए लिखा है कि झारखंड के आदित्य राज सहित अन्य लोग यूक्रेन में फंसे हैं।
झारखंड के लोग पढ़ाई और अन्य काम करने यूक्रेन गए हैं। उन लोगों की मदद करते हुए झारखंड लाने की व्यवस्था की जाए।
गोड्डा के रहने वाले विश्वनाथ दास ने ट्वीट कर सरकार से अपने बेटे आदित्य राज की सकुशल वापसी की गुहार लगाई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस दिशा में पहल करते हुए विदेश मंत्रालय से संपर्क साधा।