सिमडेगा: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बासागुड़ा थाना क्षेत्र के तिम्मापुर से लगे पुतकेल के जंगलों में शनिवार सुबह नक्सलियों से मुठभेड़ में सिमडेगा जिले के शांति भूषण तिर्की शहीद हो गये।
शहीद होने की खबर मिलते ही शांति भूषण के बोलबा प्रखंड के कसीरा गोबरीगढा गांव शोक में डूब गया। गांव के लोगों ने शोक जताते हुए अपने वीर सपूत पर गर्व भी किया।
बताया जाता है कि बोलबा प्रखंड के कसीरा गोबरीगढा में शांति भूषण तिर्की का जन्म हुआ था। शहीद के पिता स्टीफन तिर्की भी बीएसएफ में थे।
उनकी मां ग्रेस बारला भी तीन वर्ष पूर्व गुजर चुकी हैं। शांति भूषण तिर्की का बड़ा लडका अनिकेत तिर्की पांचवीं में पढता है।
छोटी बेटी ऐनी अनिसा तिर्की दो वर्ष की है। शहीद का पुरा परिवार रांची डिबडीह में रहता है। कसीरा से ही शांति भूषण तिर्की ने शिक्षा ग्रहण किया। इनका परिवार रांची में ही रहता है।
शहीद के बडे बाबा का नाम जेम्स तिर्की है। वे कसीरा गोबरीगढा में किसान है। इनकी बहू कांति तिर्की ने बताया कि मेरी बड़ी बेटी को वे रांची में अपने घर पर रख कर पढाते हैं।
वे काफी मिलनसार थे। हमारे परिवार को भी सहायता करते थे। शांति भूषण तिर्की की पत्नी का नाम पुष्पा मंजुला मिंज है। जिले की बेहरीनबासा की रहने वाली है।