देवघर: साइबर ठगी के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं, लेकिन यहां जो नया मामला सामने आया है वो साइबर क्रिमिनल के परिजनों को ही ठगने का है।
वो भी एक महिला द्वारा, जो खुद को पुलिस कर्मी बताकर एक लाख रुपए में अपराधी को थाने से छुड़ाने का सौदा परिजनों से तय कर लेती है।
इतना ही नहीं, सौदा का 60 हजार वसूल भी लेती है, लेकिन जब अपराधी नहीं छूटता है तो उसके परिजनों को ठगे जाने का अहसास होता है और थाने में शिकायत करने पहुंचते हैं तो पूरा मामला खुलकर सामने आ जाता है।
इसके बाद पुलिस एक्टिव होती है और आरोपित बेबी चौधरी को जसीडीह थाना क्षेत्र के चरकीपहाड़ी गांव स्थित उसके बहन के घर से पकड़ लेती है। वहीं, उसके दो साथियों की तलाश में छापेमारी जारी है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, साइबर थाना पुलिस ने मधुपुर थाना क्षेत्र के बड़ा सिंघरा निवासी चंदन दास को साइबर ठगी के आरोप में पकड़ा था।
इसी बीच आरोपी बेबी चौधरी को संतोष कुमार नामक युवक से पता चला कि चंदन की शादी पांच दिनों बाद होने वाली है। उसे छुड़ाने के नाम पर अच्छे-खासे पैसे मिल सकते हैं।
फिर क्या था बेबी चौधरी ने साइबर थाना के पास मौजूद चंदन के स्वजनों से मुलाकात की। उन्हें बताया कि वह महिला थाना की कर्मी है। उसकी साइबर थाने में अच्छी-खासी पहचान है। वो चाहे तो चंदन को छुड़वा सकती है। लेकिन इसके लिए पैसा खर्च करने होंगे।
एक लाख में तय किया सौदा, 60 हजार वसूल भी लिया
सौदा एक लाख रुपये में तय हुआ। इस ठगी के खेल में बेबी और संतोष के अलावा मुस्कान नामक एक युवती भी शामिल थी। बात होने के एक घंटे बाद बेबी ने संतोष के साथ मिलकर चंदन के स्वजनों से पहले 40 हजार रुपए लिये।
फिर उन लोगों को एसपी कार्यालय के पास बुलाया, जहां शाम में 20 हजार रुपए लिये और बाकी 40 हजार बाद में देने की बात कही गई।
उसके बाद कहा गया कि चंदन को 7 बजकर 30 मिनट में छोड़ दिया जाएगा। लेकिन तय समय के बाद भी जब चंदन नहीं छुटा तो स्वजनों ने साइबर थाना पहुंचकर पता लगाया तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया। तब स्वजनों का अहसास हुआ कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं।
आरोपी महिला के कब्जे से पुलिस की वर्दी भी हुई बरामद
स्वजनों ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया। साइबर थाना प्रभारी सुधीर कुमार पोद्दार और नगर थाना प्रभारी रतन कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी कर आरोपित बेबी चैधरी को गिरफ्तार कर लिया है।
साथ ही उसके साथी संतोष व मुस्कान की तलाश जारी है। बेबी के कब्जे से पुलिस की वर्दी भी बरामद हुई है, जिसे दिखाकर वह खुद को पुलिस कर्मी बताती थी।
महिला के कारनामे जान पुलिस भी हैरान
इसके बाद आरोपी महिला बेबी चौधरी के कारनामों को जानकर पुलिस भी हैरान है। पता चला है कि वह पहले वर्दी पहनकर श्रावणी मेला में डयूटी कर चुकी है। महिला पुलिसकर्मी बनकर वह मेला में श्रद्धालुओं से पैसे भी वसूलती थी।
पहले चूंकि वह महिला थाना की थाना प्रभारी के साथ रहती थी, इस कारण कई पुलिसकर्मी भी धोखा खा जाते थे। उन्हें भी लगता था कि वह सही में पुलिस विभाग में ही है। पुलिस अब उसके बारे में छानबीन कर रही है।