निर्मली: निर्मली के सिकरहट्टा कोसी स्पर पर पौष पूर्णिमा के मेला लगने पर डगमारा ओपी प्रभारी ने 6 पर केस दर्ज किया है।
जिससे लोगों में आक्रोश हैं। सिकरहट्टा 22.38 कोसी स्पर पर तकरीबन 50 सालों से पौष पूर्णिमा का मेला लगते आ रहा हैं।
अन्य सालों के भांति इस साल भी कौशकि केई प्रतिमा स्थापित कर पौष पूर्णिमा का मेला लगा । मेला लगने पर स्थानीय युवा और कुछ समाजिक लोगों ने शांति पूर्ण मेला संपन्न कराया।
उसके बाबजूद भी डगमारा ओपी अध्यक्ष लालजी प्रसाद ने केस दर्ज करा दिया । अगर मेला आयोजित करने पर प्रतिबंध था तो पुलिस प्रशासन को मेला लगने ही नहीं देना चाहिए था।
जिस दिन मेला लगा था उस दिन ओपी प्रभारी प्रसाद मेला स्थल पर दल-बल के साथ पहुंच कर मेला लगाने पर मना कर रहा था लेकिन स्थानीय दुकानदार जो मेला पर आ गया था वो हटना नहीं चाह रहा था।
अगर पुलिस प्रशासन सख्ती से पेश आता तो उस समय मेला पर से सभी दुकानों को हटा सकता था । लेकिन उस समय मेला पर से कोई भी दुकान नहीं हटाया ।
अगर उस दिन स्थानीय युवा और बुद्विजीवीयों के द्वारा मेला में शांति व्यवस्था बनाए रखने में हस्तक्षेप नहीं करता तो बहुत बड़ा बिबाद हो सकता था ।
लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने शांतिपूर्ण मेला संपन्न कराने पर पुलिस के द्वारा केस कर दिया गया । जिस वजह से स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश हैं।
कई लोगों ने बताया कि पुलिस जान बूझ कर केस संख्या 106 लोगों पर करके परेशान करना चाहता हैं।
मेला हरजोती, दिघीया,कोशी महासेतु पर सहित कई अन्य स्थानों पर भी लगा अन्य कहीं स्थानों पर इस प्रकार का केस दर्ज नहीं हुआ हैं।
ओपी अध्यक्ष लालजी प्रसाद ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन के तहत मेला लगाने की मनाही करने के बाबजूद भी मेला लगाया गया । उसी वजह से 6 लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है ।