नई दिल्ली :देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आग लगी हुई है, सरकार को भी इसका अहसास है, लेकिन अबतक किसी तरह की राहत की बात नहीं की जा रही है।
बल्कि बात अब ये हो रही है कि पेट्रोल-डीजल की जगह कोई दूसरा ईंधन कैसे चलन में लाया जाए देश इलेक्ट्रिक कारें आ तो रहीं हैं लेकिन उनकी पहुंच अभी आम आदमी तक नहीं बन पाई है पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि ‘मेरा सुझाव है कि यही वक्त है जब देश को वैकल्पिक ईधन की ओर जाना चाहिए।
मैं पहले से ही बिजली को ईंधन की तरह इस्तेमाल करने पर जोर दे रहा हूं, क्योंकि भारत में सरप्लस बिजली है। नितिन गडकरी का कहना है कि ‘हम इस वक्त 81 परसेंट लीथियम-आयन-बैटरी भारत में बना रहे हैं।
मेरे मंत्रालय ने आज लीथियम आयन के विकल्प को लेकर भी पहल की है। सभी संबंधित लैब रिसर्च में जुटी हैं. मंत्रालय अब हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स को भी विकसित करने में जुटी है।
उन्होंने कहा कि ‘हम इस वक्त पेट्रोलियम, कोयला नैचुरल गैस, ऑयल शेल का विकल्प तैयार करने में जुटे हैं जो कि देश के लिए इस वक्त बेहद जरूरी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘समस्या ये है कि विश्व बाजार में कीमतें काफी बढ़ गई हैं, और भारत 70 परसेंट ये ईंधन इंपोर्ट करता है इस वक्त देश 8 लाख करोड़ का के का इंपोर्ट करता है।
गडकरी ने बताया कि उन्होंने हाल ही में बायो से चलने वाला ट्रैक्टर लॉन्च किया है, ये ईंधन पराली, गन्ने की खोई से तैयार होता है।पेट्रोल और डीजल की कीमतें आज लगातार 9वें दिन बढ़ीं हैं।
राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 100 रुपये को पार गया है। दिल्ली में पेट्रोल अब 90 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच गया है|
आज दिल्ली में पेट्रोल 25 पैसे महंगा होकर 89.54 रुपये हो गया, जो कि अबतक का सबसे महंगा रेट है। डीजल भी 80 रुपये प्रति लीटर के काफी करीब हो चुका है, हो सकता कल कीमतें बढ़ें और ये 80 रुपये को पार कर जाए।
दिल्ली में सबसे महंगा डीजल पिछले साल जुलाई के आखिरी हफ्ते में बिका था तब भाव 81.94 रुपये प्रति लीटर थे और पेट्रोल का रेट 80.43 रुपये प्रति लीटर था|
यानी उस वक्त पेट्रोल से महंगा डीजल बिका था। मेट्रो शहरों में सबसे महंगा पेट्रोल मुंबई में बिक रहा है जहां रेट 96 रुपए प्रति लीटर हैं. जबकि डीजल 86.98 रुपए प्रति लीटर है।