बेंगलुरू : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (Chief Minister Siddaramaiah) ने सोमवार को कहा कि वह राज्य में अप्राकृतिक मौतों को कोई मौका नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में सांप्रदायिक झड़पों के लिए कोई जगह नहीं है। राज्य में साम्प्रदायिक झगड़ों (Communal Strife) में मारे गए छह पीड़ितों के परिवारों को 25 लाख रुपये के चेक वितरित करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, कोई भी हिंदू, मुस्लिम या कोई अन्य धर्मावलंबी हो, किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। किसी की मौत नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, पुलिस को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। किसी के पास कानून (Law) हाथ में लेने की ताकत नहीं है।
मैं राज्य के लोगों को एक स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं। चाहे वे हिंदू हों, ईसाई हों, सिख हों या बौद्ध हों, सभी को सरकार से सुरक्षा मिलेगी।
25 लाख रुपये का मुआवजा मिला
सभी व्यक्तियों के जीवन और संपत्तियों (Lives and Properties) की रक्षा की जाएगी। कोई सवाल ही नहीं है। यही कारण है कि मुआवजे से वंचित रह गए पीड़ितों से बात की जाती है और मुआवजा दिया जाता है।
चाहे वह मुस्लिम हो या हिंदू, सरकार को उनके साथ समान व्यवहार करना चाहिए। यह लोगों का पैसा है। मारे गए प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) नेतारू और हर्ष के परिवारों को तत्कालीन सत्तारूढ़ भाजपा से 25 लाख रुपये का मुआवजा मिला। लेकिन, अन्य को नहीं दिए गए।
दूसरों के लिए भी देना होगा मुआवजा
CM ने कहा, मरने वाले सभी इंसान हैं। मृतकों को समान रूप से देखा जाना चाहिए। तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) प्रवीण कुमार नेतारू के घर गए थे, मोहम्मद फाजिल का घर करीब था, वह नहीं गए।
उन्होंने आगे कहा कि प्रवीण और हर्ष (Praveen and Harsh) के परिवारों को दिया गया मुआवजा सही है, लेकिन उन्हें दूसरों के लिए भी मुआवजा देना होगा।उन्होंने कहा, सरकार अन्य मृतक व्यक्तियों के परिवारों को रोजगार प्रदान करेगी।