नई दिल्ली: दिल्ली में छठ पूजा को लेकर राजनीति लगातार तेज होती जा रही है। इस मुद्दे को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर दिल्ली में छठ पूजा की अनुमति देने और इसके आयोजन को लेकर केंद्र सरकार से एसओपी (आवश्यक दिशा निर्देश ) जारी करने की मांग की थी।
बुधवार को मनीष सिसोदिया के इस पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने साफ किया कि त्योहारों लेकर पहले से ही केंद्र सरकार और हर राज्य सरकार की एसओपी बनी हुई है और इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अलग से किसी तरह की एसओपी जारी करने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने बताया कि पहले से इस तरह की एसओपी मौजूद है जिसमें विस्तार से यह बताया गया है कि त्योहारों को किस तरह से मनाना चाहिए, त्योहार मनाने के लिए कितने लोग इकट्ठे हो सकते हैं और किस तरह से हो सकते हैं।
दिल्ली सरकार के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि छठ पूजा या किसी भी अन्य त्योहार को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की एसओपी के अलावा हर राज्य सरकार ने अपनी-अपनी एसओपी अलग से भी बना रखी है।
उन्होंने स्कूलों को लेकर, बच्चों को लेकर, राज्य में प्रवेश से पहले वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और आरटीपीसीआर टेस्ट को लेकर हर राज्य सरकार ने अलग-अलग एसओपी बना रखा है।
दिल्ली सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए मनसुख मांडविया ने कहा कि हर मुद्दे पर विवाद खड़ा करना और राजनीति करना इनकी पुरानी आदत है और इन्होंने ऑक्सीजन की वजह से हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर भी इसी तरह का विवाद खड़ा कर दिया था।
आपको बता दें कि कोरोना के खतरे की वजह से दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा के आयोजन को लेकर रोक लगाने का आदेश जारी कर रखा है और दिल्ली भाजपा इसका विरोध कर रही है।