नई दिल्ली: नियमित रूप से दांतों की सफाई (Cleaning of teeth) से एक कैंसर (Cancer) जैसे बड़े खतरे से बचा जा सकता है।
दरअसल एक अध्ययन में पता चला है कि मसूढ़ों की बीमारी के बैक्टीरिया आहारनाल (Bacterial Gut) में कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं। इस Study में मुंह में पाए जाने वाले माइक्रोबायोटा और आहारनाल कैंसर के खतरों के बीच संबंधों की जांच-परख की गई।
टैनेरिला फोर्सिथिया नामक बैक्टीरिया 21% EAC कैंसर के खतरे बढ़ाने में जिम्मेदार थे
आहारनाल का कैंसर आठवां सबसे सामान्य तौर पर होने वाला कैंसर है और दुनियाभर में सबसे ज्यादा कैंसर से होने वाली मौत के मामले में इसका छठा स्थान है।
दरअसल, रोग का पता तब तक नहीं चल पाता है, जब तक ये खतरनाक स्टेज में न पहुंच जाए। आहारनाल का कैंसर होने के बाद पांच साल जीने की दर है।
प्रोफेसर का कहना है कि आहारनाल का कैंसर बहुत ही घातक कैंसर है। इसलिए इसकी रोकथाम, खतरों का स्तरीकरण और शुरुआत में पता चलने को लेकर नए मार्ग तलाशने की सख्त जरूरत है।
आहारनाल में आमतौर पर जो कैंसर पाए जाते हैं, उनमें एसोफेजियल एडनोकारसिनोमा (EAC) और एसोफेजियल स्क्वेमस सेल कारसिनोमा (EACC) हैं।
टैनेरिला फोर्सिथिया नामक बैक्टीरिया 21% EAC कैंसर के खतरे बढ़ाने में जिम्मेदार थे। वहीं, ESCC के खतरों के लिए पोरफाइरोमोनस जिंजिवलिस बैक्टीरिया (Porphyromonas Gingivalis Bacteria) जिम्मेदार थे।
ये दोनों प्रकार के बैक्टीरिया आमतौर पर मसूढ़ों की बीमारियों में पाए जाते हैं।