रांची: केंद्रीय बजट पर भाकपा झारखंड ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आम बजट आम-अवाम का नहीं है, बल्कि खास तबका को ख्याल में रखकर तैयार किया गया है।
इस संबंध में भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य केडी सिंह ने सोमवार को कहा कि केरल, तमिलनाडु और प. बंगाल का विशेष रूप से नाम लिया गया है और सैकड़ों किलोमीटर राजमार्ग बनाने की बात कह कर वहां की जनता को लुभाने का प्रयास किया है, जहां हाल में चुनाव होने वाले हैं।
राजमार्ग को बनाने की जिम्मेदारी चहेते निजी घराने को सौंपने का प्रस्ताव देकर सरकार ने कारपोरेट हितैषी होने का प्रमाण दिया है।
इस बजट में झारखंड की उपेक्षा गयी है, जबकि यह राज्य सबसे अधिक टैक्स और खनिज-संपदा देता है।
इस राज्य के राॅयल्टी और जीएसटी पैसा भी सरकार समय पर रिलीज नहीं कर रही है।
इससे राज्य का विकास प्रभावित हो रहा है।
भाकपा नेता ने कहा है कि मजदूर-किसान, छात्र-नौजवानों, महिलाओं की समस्या पर इस बजट में कुछ भी नया नहीं है।
जबकि प्रधानमंत्री इन तबके की ‘मन की बात’ में बराबर बात करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुविधा के लिए कोई प्रावधान नहीं रखा गया है।
श्रमिकों के लिए सिर्फ न्यूनतम वेतन निधारण की बात कही गयी है, लेकिन उसमें भी कोई स्पष्टता नहीं है।
महिला-सुरक्षा, जो वर्तमान समय की एक चुनौतीपूर्ण समस्या है, उसके लिए बजट में कुछ भी स्पष्ट नहीं है।