नई दिल्ली : क्या 12 वीं की बोर्ड परीक्षा (Board Exam) दो टर्म में कराई जाएगी? राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) के मसौदे के अनुसार, कक्षा 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षाएं Two Stages (Term) में कराई जा सकती हैं।
साथ ही 10वीं और 12वीं के अंतिम परिणाम (Final Result) पिछले क्लास के अंकों को ध्यान में रख कर तय किये जा सकते हैं। NCF जिसे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुसार तैयार किया जा रहा है।
कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए साइंस, आर्ट और कॉमर्स स्ट्रीम (Science, Arts and Commerce Streams) में विभाजित करने की मौजूदा पैटर्न को दूर करने का भी प्रस्ताव किया गया है।
पुराने मॉडल पर परीक्षा
साल 2009 में कक्षा 10वीं के लिए सतत और व्यापक मूल्यांकन (CCE) की शुरुआत की गई थी, लेकिन 2017 में इसे रद्द कर दिया गया और बोर्ड साल के अंत में परीक्षा के पुराने मॉडल को फिर बहाल कर दिया था।
COVID महामारी के दौरान कक्षा 10वीं और 12वीं की Board Exams को भी दो सत्रों में विभाजित किया गया था, लेकिन इस वर्ष महत्वपूर्ण परीक्षाओं के लिए साल के अंत में परीक्षा के पुराने प्रारूप को फिर से शुरू किया गया था।
केंद्र सरकार को NCF का सुझाव
NCF के मसौदे में 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए दो सत्रों में परीक्षाओं को कराने का प्रस्ताव है। शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) के अधिकारियों के अनुसार, जो मसौदा अंतिम चरण में है, उसे प्रतिक्रिया के लिए जल्द ही सार्वजनिक किया जायेगा और नई व्यवस्था 2024 Academic Session से लागू की जाएगी।
कक्षा 9th और 10वीं के लिए संरचना के बारे में बताते हुए NCF के मसौदे में कहा गया है कि कक्षा 10वीं को पूरा करने के लिए छात्रों को कक्षा 9th और 10वीं के दो वर्षों में कुल आठ-आठ पाठ्यचर्या क्षेत्रों में से प्रत्येक से दो आवश्यक पाठ्यक्रम पूरे करने होंगे। NCF को चार बार 1975, 1988, 2000 और 2005 में संशोधित किया गया है।