रांची: 2 दिन पहले जारी हुए JPSC के चिकित्सा अधिकारियों की परीक्षा 2022 के परिणाम में नुसरत नूर (Nusrat Noor) ने पहला रैंक हासिल किया है।
नुसरत नूर ने सिर्फ पहला रैंक ही हासिल नहीं किया है बल्कि JPSC Exam में टॉप करने वाली पहली मुस्लिम महिला बनकर इतिहास भी रचा है।
मुस्लिम महिलाओं को सिविल सेवाओं में आना चाहिए
अपनी सफलता के बाद मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण (Muslim Women Empowerment ) पर नुसरत नूर ने कहा, भागीदारी और पहल महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि परिणाम क्या हो सकता है, मुस्लिम महिलाओं को सिविल सेवाओं (Civil Services) में जाने के लिए अब आगे आना ही चाहिए।
अब मुस्लिम महिलाओं को भी बढ़ना होगा आगे
यह पूछे जाने पर कि किस चीज ने उन्हें सिविल सेवाओं में जाने के लिए प्रेरित किया, वह कहती हैं कि मैंने देखा कि सरकारी कर्मचारियों में मुस्लिम महिलाओं (Muslim Women) का प्रतिनिधित्व नगण्य है।
अब समय आ गया है कि मुस्लिम महिलाएं भी उच्च शिक्षा प्राप्त करें। विशेष रूप से हमारी महिलाओं को हर क्षेत्र से आने वाले अवसरों को हथियाने में सबसे आगे होना चाहिए।
झारखंड के जमशेदपुर शहर में जन्मी और पली-बढ़ी, एक बच्चे की मां नूर न्यूरोलॉजी (Noor Neurology) में विशेषज्ञता के साथ एक चिकित्सक हैं।
जमशेदपुर से प्राप्त की प्राथमिक शिक्षा
जमशेदपुर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल में अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद, वह राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से चिकित्सा विज्ञान में डिग्री हासिल करने के लिए रांची पहुंची।
उन्होंने वर्ष 2020 में MBBS की अपनी डिग्री पूरी की और इसके परिणामस्वरूप, उसी मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिस करने का मौका मिल गया और उनकी भर्ती जूनियर रेजिडेंटशिप (Junior residency) के रूप में हुई।
इसी दौरान उनकी शादी हो गई। लेकिन शादी उसकी पढ़ाई और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने के आड़े नहीं आई। वह एक संयुक्त परिवार में रहती हैं, और उनके परिवार के हर सदस्य का पूरा सहयोग मिलता है।
नुसरत नूर के लिए उसका परिवार ही उसका रोल मॉडल
सफलता के बाद दिये मीडिया इंटरव्यू में उन्हाेंने कहा कि मेरे पति और ससुराल वाले हमेशा उत्साह बढ़ाते और सहयोग करते हैं। बता दें डॉ नुसरत नूर के पति मोहम्मद उमर भी एक डॉक्टर और सर्जन हैं।
मैं एक तरह से भाग्यशाली हूं, जब मुझे ऐसा घर और ऐसा परिवार मिला। वह कहती हैं मेरे पति ने हमेशा मुझे हमेशा प्रेरित किया और मेरा साथ दिया है।
उन्होंने भूमिकाओं को बदल दिया और मेरे घर के कामों तक में मेरी मदद की मेरे पढ़ने के लिए टाइम टेबल (Time Table) बनाने से लेकर हमारे दो साल के बच्चे की देखभाल करने तक, मेरे लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्होंने हर संभव कोशिश की।
मैं कहूंगी कि मेरा परिवार हर दूसरे परिवार के लिए एक रोल मॉडल (Roll Model) है जो अपनी बहू का पूरा सपोर्ट करता है। वह 10 से अधिक सदस्यों वाले अपने परिवार को अपनी ताकत और रीढ़ के रूप में देखती हैं।