भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) ने मंगलवार को 90 स्कूलों में ओलंपिक वैल्यू शिक्षा कार्यक्रम की वर्चुअल शुरुआत की।
यह कार्यक्रम राउरकेला और भुवनेश्वर के स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है।
पटनायक ने कहा, यह देश में एक नए ओलंपिक मूवमेंट की शुरुआत होगी। इस कार्यक्रम के माध्यम से, हमारे बच्चे उत्तमता, दोस्ती और सम्मान के ओलंपिक वैल्यू का अनुभव करेंगे और लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा, ओडिशा में हमारे छात्रों की शिक्षा और व्यक्तित्व विकास के लिए खेल हमारे दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमने हमेशा शिक्षा क्षेत्र के साथ-साथ खेल में उत्कृष्टता हासिल करने का प्रयास किया है।
उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ओडिशा भारत में एक प्रमुख खेल केंद्र के रूप में उभर रहा है और अपनी साझेदारी के माध्यम से खेल क्षेत्र में अग्रणी रहेगा।
इस कार्यक्रम को शुरू करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के साथ जुड़ना एक सौभाग्य की बात है।
ओलंपिक मूवमेंट में सामाजिक परिवर्तन की क्षमता है
उन्होंने ओडिशा में खेलों के विकास की दिशा में खेल में राज्य के करीबी सहयोगियों भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा, नीता अंबानी और अभिनव बिंद्रा के योगदान को स्वीकार किया।
पटनायक ने विश्वास व्यक्त किया कि ये साझेदारी ओडिशा के युवा स्कूली बच्चों के प्रभावशाली समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
कार्यक्रम में शामिल होते हुए आईओसी शिक्षा आयोग की चेयरपर्सन मिकाएला सी. जवॉस्र्की ने कहा कि खेल बदलाव का एक महत्वूपर्ण साधन है, जो औपचारिक शिक्षा के लिए जरूरी नहीं है।
आईओसी सदस्य नीता अंबानी ने कहा कि हालांकि हर बच्चा ओलंपियन नहीं हो सकता है, लेकिन सभी सीख सकते हैं।
ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने कहा कि जीवन के मूल मूल्यों को कक्षाओं के बाहर सीखा जाता है। ओलंपिक मूवमेंट में सामाजिक परिवर्तन की क्षमता है।
ओडिशा हॉकी प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष दिलीप तिर्की ने कहा कि उन्होंने ओलंपिक में खेलकर आत्म-अनुशासन, सम्मान और आत्मविश्वास के मूल्यों को सीखा है।
आईओए अध्यक्ष बत्रा ने कहा कि यह मूवमेंट शिक्षा में खेल के मूल्यों को प्रोत्साहित करेगा और सांस्कृतिक विविधता के लिए सम्मान पैदा करेगा।