भुवनेश्वर: Odisha के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे (Balasore Train Accident) के बाद अभी भी लोग उबर नहीं पाये हैं।
लोग अभी भी डर के साये में जी रहे हैं। इसी बीच लोगों ने आशंका जताई की हादसे में शामिल यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (Yesvantpur-Howrah Express) के कुछ डिब्बों में अब भी कुछ शव है।
इस आशंका पर रेलवे के अधिकारी ने जब जांच की तो वहां सिर्फ सड़े हुए अंडे थे न कि कोई शव था।
यह है पूरा मामला
CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि बहानगर बाजार रेलवे स्टेशन (Bahanagar Bazar Railway Station) के पास रह रहे लोगों ने बताया कि वहां पड़े कुछ डिब्बों से बदबू आ रही है और वहां कुछ शव अब भी पड़े है।
लोगों की शिकायत पर रेलवे ने वहां सर्चिंग (Searching) शुरू की। वहां जांच में पाया गया कि वहां कोई शव नहीं था, बल्कि सड़े हुए अंडे वहां पड़े थे।
अंडे होने के कारण बदबू आ रही थी। हमने 3 ट्रैक्टरों से उन अंडों को हटवा दिया है और क्षेत्र में सफाई कर दी है।
CPRO चौधरी ने बताया कि CPRO ने बताया कि रेलवे मंत्रालय ने 22.66 करोड़ रुपये 661 पीड़ित परिवारों के बीच बांटे हैं।
साथ ही परिवार ने मृतक के परिवारों को 10 लाश रुपये दिए हैं।
83 शवों की अब तक नहीं हुई पहचान
नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सूर्यवंशी मयूर विकास ने बताया कि Balasore Train Accident में 288 लोगों की मौत हुई थी।
इनमें से 83 शवों की अब तक पहचान नहीं हुई है। विकास के मुताबिक, सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि कुछ शवों पर कई परिवार एक साथ दावा कर रहे हैं।
इस परेशानी से निपटने के लिए हमने DNA सैंपलिंग की है और 30 DNA सैंपल्स को जांच के लिए Delhi AIIMS भिजवा दिया है।
रिपोर्ट आने में सात से आठ दिन करीब लग जाएंगे।
भुवनेश्वर के डिप्टी कमिश्नर, प्रतीक सिंह ने बताया कि शवों को घरों तक ले जाने तक का खर्चा, DNA जांच का खर्चा सहित सभी खर्चों का वहन ओडिशा प्रशासन ही करेगा।
परिजनों को इसके लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।
इन राज्यों के हैं सबसे अधिक मृतक
पश्चिम बंगाल और ओडिशा प्रशासन ने साथ मिलकर AIIMS Bhubaneswar में हेल्पडेस्क की शुरुआत की है।
एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतर पीड़ित पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा राज्य के रहने वाले थे।
CBI, रेलवे सुरक्षा कमिश्नर और GRP ने ट्रेन हादसे की जांच शुरू कर दी है।
खुर्दा DRM रिंकेश रॉय को आशंका है कि उपकरणों के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिस वजह से इतना बड़ा हादसा हो गया।