गया: गया ( Gaya) में अजीब मामला देखने को मिला है। यहां एक युवक कई किलोमीटर ट्रेन के इंजन के संकीर्ण जगह पर बैठकर गया स्टेशन पहुंच गया। रेल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
दरअसल राजगीर से गया आने वाली ट्रेन वाराणसी सारनाथ बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस(Sarnath Buddhapurnima Express) राजगीर से खुली थी, जो कई किलोमीटर की दूरी तय कर गया जंक्शन पर मंगलवार की अहले सुबह पहुंची।
जब ट्रेन के ड्राइवर इंजन से बाहर निकला तो किसी के रोने की आवाज आई। ट्रेन ड्राइवर ने इंजन के निचले हिस्से में झांककर देखा तो वह भी भौंचक रह गया। देखा कि एक युवक इंजन के संकीर्ण जगह पर बैठा हुआ है।
इसके बाद रेल यात्रियों की मदद से युवक को सुरक्षित बाहर निकाला गया लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी।इस बीच वह गायब भी हो गया।बताया जा रहा है कि युवक इंजन के संकीर्ण हिस्से में कहां से बैठा था।
यह पता नहीं चल सका है लेकिन अनुमान जताया जा रहा है कि राजगीर से गया आने के दौरान वह चढ़ा होगा। चालक ने इस मामले की जानकारी रेलवे के अधिकारी को दी। वही आरपीएफ को भी इसकी सूचना दी गई।
रेल सूत्रों के अनुसार इंजन के संकीर्ण हिस्से में किसी व्यक्ति का बैठकर इस तरह जाना कठिन है और ऐसे में इस तरह की हरकत करने वाले के साथ बड़ी घटना की पूरी आशंका रहती है।
“जाको राखे साइयां मार सके ना कोई”, वाली कहावत हुई चरितार्थ
किंतु फिर भी वह युवक सुरक्षित निकला। फिलहाल रेलवे (Railway) के अधिकारी इस संबंध में कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं। बताया जाता है कि राजगीर में इंजन यार्ड में खड़ा होगा, तब वह युवक बैठा होगा।
किंतु आखिरकार विक्षिप्त कहे जाने वाले उक्त युवक की जान बच गई। ऐसे में यही बात साबित होती है,” जाको राखे साइयां मार सके ना कोय”.