खूंटी : उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित बैठक में वित्तीय मापदंड के लिए संशोधित लागत निर्धारण पर चर्चा की गई।
बैठक में स्केल ऑफ फाइनेंस के निर्धारण के लिए सम्बन्धित विभागों कृषि, मत्स्य, उद्यान, गव्य विकास एवं पशुपालन की लागत की समीक्षा की गई।
साथ ही स्केंल ऑफ फाइनेंस के निर्धारण की स्वीकृति दी गयी। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि कृषि विभाग व जेएसएलपीएस आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें।
उन्होंने कहा कि सभी 380 कृषक मित्र अपने कार्य दायित्वों को उचित रूप से पूर्ण करते हुए योजनाओं के प्रति आमजनों को जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर कृषि गतिविधियों को सफल बनाने की आवश्यकता है। साथ ही निर्देश दिए गये कि स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना तैयार करें।
उन्होंने जिले में कृषि कार्य के लिए संबंधित अधिकारियों को मनरेगा के तहत ग्रामीणों को डोभा निर्माण का लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि जल निकायों से सम्बंधित विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।
इसमें जल निकायों की जानकारी व वर्तमान स्थितिए उनमें जल संचयन की क्षमताए लिफ्ट सिंचाई की विवरणी आदि से सम्बंधित विस्तृत रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर उपलब्ध कराई जाय।
इस सम्बंध में उपायुक्त द्वारा प्रखंडो के लिए समिति का गठन किया गयाए उक्त समिति सम्बन्धित प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों की अध्यक्षता में होगी, जिसमें प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, जिला समन्वयक व सिचाई विभाग के सदस्य होंगे। बैठक के क्रम में उपायुक्त द्वारा बताया गया कि 22 मार्च विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्यए जल बचाने का संकल्प करने, पानी के महत्व को जानने और जल संरक्षण के विषय में जागरूक दृष्टिकोण अपनाना है।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च विश्व जल दिवस के अवसर पर प्रत्येक पंचायत में तालाब व डोभा बनाने की पहल की जाएगी। इस कार्य में सभी वरीय पदाधिकारी अपने सम्बन्धित क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।