कोलकाता: बीरभूम नरसंहार को लेकर भाजपा के पांच सदस्यीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट पर ममता बनर्जी ने सवाल खड़ा किया है।
बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी गई रिपोर्ट का जिक्र करते हुए ममता ने दावा किया कि रिपोर्ट में बीरभूम जिला के तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। यह अणुव्रत को गिरफ्तार करने की साजिश है।
दार्जिलिंग में संबोधन करते हुए ममता ने कहा कि बीरभूम नरसंहार मामले में बिना किसी जांच के भाजपा ने अपनी रिपोर्ट में जिला तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल का नाम दिया है।
इसका मतलब है कि वह उन्हें गिरफ्तार कराना चाहती है। ममता ने कहा कि बिना जांच किये तृणमूल जिलाध्यक्ष का नाम कैसे ले सकते हैं।
यह व्यक्तिगत दुश्मनी का मामला बनता जा रहा है। भाजपा का जो भी विरोध करता है केंद्र सरकार उन सबको गिरफ्तार करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि बीरभूम मामले में सीबीआई जांच चल रही है। ऐसे समय में भाजपा अलग से कैसे जांच रिपोर्ट पेश कर सकती है?
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार सीबीआई का पूरा सहयोग कर रही है लेकिन भाजपा जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने इशारे-इशारे में कहा कि केंद्र की सत्ता पर आरूढ़ पार्टी की रिपोर्ट में अगर किसी का नाम दिया जाता है तो जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों पर उसे गिरफ्तार करने का दबाव बढ़ेगा।
इससे जांच कमजोर होगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से जांच का दुरुपयोग किया जा रहा है।