नई दिल्ली: कोरोना के कारण दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित हुई हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है।
यही कारण है कि चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों में देश का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी नेगेटिव हो गई था।
हालांकि, अनलॉक के बाद कारोबारी गतिविधियां बढऩे से तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी मामूली अंकों की बढ़त के साथ पॉजिटिव हो गई है।
जीडीपी की गणना 8 कोर सेक्टर्स के आधार पर की जाती है।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने 25 मार्च 2020 को पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया था।
इससे आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर सभी प्रकार के परिवहन और आर्थिक गतिविधियों पर रोक लग गई थी।
इसका नतीजा यह हुआ कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी में 23.9त्न की गिरावट आ गई। हालांकि, यह प्रारंभिक आंकड़े थे।
बाद में सरकार ने इसमें सुधार करके इसे -24.4 फीसदी कर दिया था। पहली तिमाही में कृषि ही ऐसा सेक्टर रहा जिसमें ग्रोथ दर्ज की गई।