पटना: अगर आपने पहले से ही रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो आपको कोविड का टीका नहीं लग पाएगा। सरकार उतने ही लोगों का डोज मंगाएगी, जिनका रजिस्ट्रेशन पहले से हुआ होगा।
रजिस्ट्रेशन के लिए को-विन ऐप लांच किया जाएगा, जिससे आसानी से रजिस्ट्रेशन हो सकेगा।
हालांकि पहले चरण में वैक्सीन की सुविधा हेल्थ वर्करों के लिए ही होगी लेकिन इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर और आम लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा।
पहले चरण में वैक्सीन का डोज हेल्थ वर्करों को दिया जाएगा। इसमें सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ अन्य हेल्थ वर्करों को शामिल किया गया है।
वैक्सीन का डोज लेने के लिए हर किसी को अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। सरकारी हो या निजी अस्पताल के डॉक्टर या अन्य हेल्थ वर्कर सभी को पहले खुद से रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
अगर पहले से एप पर रजिस्ट्रेशन नहीं है और हेल्थ वर्कर स्पॉट पर पहुंचकर वैक्सीन लगवाना चाहते हैं तो उन्हें यह डोज नहीं दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ ऐसे ही लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जो पहले से रजिस्टर्ड होंगे। सरकार उतनी ही वैक्सीन मंगाएगी, जितने व्यक्तियों का उसे रजिस्ट्रेशन नंबर मिला होगा।
ऐसे होगा एप पर रजिस्ट्रेशन
पटना के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने बताया कि सरकार वैक्सीन को लेकर को-विन ऐप तैयार कर रही है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मिलेगा, हालांकि अभी यह लांच नहीं किया गया है।
वैक्सीन आने के पहले ही इसे लांच कर दिया जाएगा। इसके बाद पहले चरण में आने वाले डॉक्टर और हेल्थ वर्कर खुद से ही ऐप को डाउनलोड कर अपना रजिस्ट्रेशन करेंगे।
रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें एक टोकन नंबर मिल जाएगा। इस टोकन नंबर के आधार पर वैक्सीन उन्हें दी जाएगी।
पटना के प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि पहले चरण में हेल्थ वर्करों के लिए रजिस्ट्रेशन खुलेगा फिर दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्करों के लिए रजिस्ट्रेशन होगा और फिर तीसरे चरण में आम लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर पूरी तैयारी की जा रही है। ऐप को लेकर भी प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है। इसके पूर्व हेल्थ वर्करों की लाइम लिस्टिंग कराने का काम भी तेजी से किया जा रहा है।