नई दिल्ली: मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर अभियान में देश की इकलौती कानपुर की आयुध पैराशूट फैक्ट्री (ओपीएफ) ने लंबी छलांग लगाई है।
हालांकि भारत के सभी लड़ाकू विमानों के ब्रेक पैराशूट यहां तैयार किए जाते हैं लेकिन ओपीएफ ने देश में पहली बार हॉक एडवांस जेट ट्रेनर (एजेटी) का ब्रेक पैराशूट बनाकर नया इतिहास रच दिया है।
अभी तक यह पैराशूट दूसरे देशों से आयात किए जाते हैं। एयरो इंडिया शो में आयुध निर्माणी बोर्ड के चेयरमैन सीएस विश्वकर्मा इसका लोकार्पण करेंगे।
आयुध पैराशूट फैक्ट्री की कार्य प्रबंधक प्रशासन आईशा खान ने बताया कि यहां तैयार किये जाने वाले विभिन्न पैराशूटों का अगले माह बेंगलुरु में होने वाले एयरो इंडिया-2021 में वैश्विक प्रदर्शन होगा।
भारतीय वायुसेना के सभी लड़ाकू विमान स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित ब्रेक पैराशूट से सुसज्जित हैं। सुखोई, मिग, मिराज जैसे लड़ाकू विमानों के ब्रेक पैराशूट कानपुर की देन हैं।
शॉर्ट रनवे पर उतरने के लिए ये पैराशूट बेहद अहम हैं। ऐसे पैराशूट हवा के दबाव को कम करके विमान को रोकने में मदद करता है। अब हॉक एडवांस जेट ट्रेनर को विमान को रोकने वाले ब्रेक पैराशूट यहीं पर बनेंगे।
ब्रेक पैराशूट को विभिन्न भार वर्ग के लड़ाकू विमानों को पर्याप्त मंदी प्रदान करने और सामान्य एवं आपातकालीन दोनों स्थितियों में निर्दिष्ट लैंडिंग गति के भीतर रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
ब्रेक पैराशूट का उपयोग विमान को रोकने के लिए किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस एजेटी अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट के ब्रेक पैराशूट बनाने का कार्य कुछ समय पहले ओपीएफ ने शुरू किया था। करीब 15 दिन पहले हुए सफल परीक्षण के बाद अब इसे लांच करने की तैयारी है।
उन्होंने बताया कि तीन से पांच फरवरी तक एयरफोर्स स्टेशन येलहंका, बेंगलुरु में होने वाले एयरो इंडिया शो में आयुध निर्माणी बोर्ड के चेयरमैन सीएस विश्वकर्मा इसका लोकार्पण करेंगे।
इसके अलावा बेंगलुरु में होने वाले एयर शो में विभिन्न रक्षा उत्पादों और पैराशूटों का वैश्विक प्रदर्शन होगा। बोर्ड ने एयरो इंडिया-2021 के लिए ओपीएफ को नोडल फैक्ट्री के रूप में चयनित किया है।
वायुसेना के एयर शो में समन्वय के साथ ही ओपीएफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विमानन क्षेत्र के विशिष्ट उत्पादकों के प्रतिनिधियों के समक्ष होने जा रही इस प्रदर्शनी के लिए ओपीएफ ने पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है।