रांची: स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जिला व प्रखंड स्तर पर टीम बनाकर सरकारी व निजी स्कूलों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सोमवार से खुल रहे स्कूलों में कोरोना से बचाव को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से अनुपालन कराने को कहा।
शिक्षा सचिव ने स्कूलों को खोलने को लेकर रविवार को आयोजित वेबिनार में स्कूल आनेवाले बच्चों व शिक्षकों की संख्या आदि को लेकर प्रतिदिन रिपोर्ट मुख्यालय भेजने के भी निर्देश दिए हैं।
स्कूलों में थर्मल गन, सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्स की हो पर्याप्त व्यवस्था
सचिव ने पदाधिकारियों से कहा कि स्कूलों में थर्मल गन, सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्स आदि की व्यवस्था विद्यालय प्रबंधन समिति के खाते में उपलब्ध राशि से कराई जाए।
इसके लिए अलग से राशि भेजे जाने की भी जानकारी दी। उन्होंने उन सभी दिशा-निर्देशों पर चर्चा की जो स्कूलों में लागू किए जाने हैं।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सहित सभी आवासीय स्कूलों के खुलने के लिए जल्द ही राज्य सरकार से अनुमति मिलने की उम्मीद जताई।
स्कूल के आसपास रहनेवाले छात्र-छात्राओं को परामर्श लेने के लिए स्कूल आने की अनुमति जल्द ही सरकार से मिल सकती है।
बता दें कि केंद्र व राज्य सरकार ने अभी आवासीय स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं दी है।
कंटेनमेंट जोन में स्कूल नहीं खोलने के आदेश
वेबिनार में राज्य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कंटेनमेंट जोन में कोई स्कूल किसी भी हाल में न खुले।
इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से सहयोग लेने के निर्देश भी दिए।
साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी रखने तथा नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से समन्वय बनाकर आपातस्थिति से निपटने के उपाय करने को कहा।
उन्होंने कहा, बीमार या लक्षण वाले शिक्षक या बच्चे स्कूल न आएं, इसे सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापकों की होगी।
वेबिनार में माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी ने भी सरकार के दिशा-निर्देशों के सख्ती से अनुपालन पर जोर दिया।