बेंगलुरु/नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि हमारा लक्ष्य पंचायत से लेकर संसद तक सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत, अधिक सशक्त और जवाबदेह बनाना है।
कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संवाददाताओं से बातचीत की।
इस अवसर पर कर्नाटक विधान सभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी और लोक सभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर बिरला ने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने की सुविधा प्रदान करने के लिए सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं का सुचारू और व्यवस्थित संचालन आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक मुद्दों पर गहन चर्चा और संवाद की जरूरत है ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
बिरला ने कहा कि निर्वाचित विधायी निकायों को लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कार्यपालिका पर प्रभावी रूप से नजर रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसे सुनिश्चित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करने की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने आगे कहा कि यह एसओपी देश भर के सभी लोकतांत्रिक संस्थानों को उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि यह एसओपी एक एडवाइजरी के रूप में होगा, जिसे विधायी निकायों की आवश्यकताओं के अनुसार अपनाया जा सकता है। इस अवसर पर बिरला ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि संसदीय लोकतंत्र के गौरवशाली यात्रा के 75 वर्ष सम्पन्न होने के उपलक्ष्य में देश भर में 75 कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना बनाई जा रही है।
बिरला ने यह भी बताया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सभी लोगों, विशेषकर महिलाओं और युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभिन्न हितधारकों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।