इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि मस्जिदों में हो रहे हमलों के पीछे भारतीय इजेंसी रॉ (Indian Agency Raw) का हाथ है। जबकि सही मायने में देखा जाए तो आतंकियों को पालने की सजा खुद पाक भुगत रहा है।
जानकारी के अनुसार बलूचिस्तान के मासतुंग जिले में मस्जिद में हुए विस्फोट (Explosion) में मरने वालों की संख्या 65 हो गई है। वहीं खैबर पख्तूनख्वा के हंगू सिटी में हुए धणाके में 5 लोगों की जान चली गई।
अपनी कमियां छिपाने के लिए पाकिस्तान इन विस्फोटों का ठीकरा भारत पर फोड़ रहा है। बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में गृह मंत्री सरफराज बुगती का कहना है कि इन विस्फोटों के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसि रॉ का हाथ है।
उन्होंने कहा कि मासतुंग में हुए हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सिविल और मिलिट्री डिपार्टमेंट कड़ा ऐक्शन लेगा। उन्होंने कहा कि इस हमले में रॉ शामिल है। पुलिस का कहना है कि उसने इस मामले में केस दर्ज किया है और आत्मघाती हमलावरों के डीएनए की जांच करवाई जाएगी।
अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज
यहां गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद की जयंती के मौके पर आयोजित एक जुलूस में आत्मघाती हमला किया गया था। यह विस्फोट एक पुलिस वाहन के पास हुआ था।
मस्जिद के पास हुए इस हमले में कम से कम 60 लोग घायल भी हो गए थे। वहीं दूसरा अटैक खैबर पख्तूनख्वा (Attack Khyber Pakhtunkhwa) में हुआ जहां 5 लोगों की जान चली गई। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मस्जिद की छत भी ढह गई।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्तान के डिपार्टमेंट ऑफ काउंटर टेररिजम (Department of Counter Terrorism) ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान अकसर पाकिस्तान में इस तरह के हमले करवाता रहता है।