Pakistan Election 2024 : पड़ोसी देश पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव के लिए मतदान होने वाला है। वहां 50 प्रतिशत आबादी महिलाओं की है। इस बार पाक चुनाव में सिर्फ दो पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PMLN) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है, जबकि चुनाव आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चुनाव चिह्न बैट को रद्द कर दिया। इमरान खान के उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
आम चुनाव में नवाबों को टक्कर देती महिला
बलूचिस्तान में पहली बार कोई महिला नवाबों को टक्कर देने के लिए चुनाव मैदान में खड़ी हैं। जी हां यह महिला कोई बड़े घर की नवाबों में से नही बल्कि कच्चे घर में रहने वाली साधारण महिला उम्मीदवार हैं। जिसके पास चुनाव प्रचार करने के लिए न तो कोई साधन है और न ही कोई सपोर्टर, वह अपने पति के साथ बाइक या पैदल ही चुनाव प्रचार कर रही हैं।
बद्दतर हैं बलूच में रहने वाली महिलाओं की स्थिति
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में महिलाओं को डरा धमका कर रखा जाता है। अगर कोई महिला वोट डालने के लिए घर से निकलती है तो उसे और उसके परिवार को परेशान किया जाता है।
बलूच की स्थिति यह है कि आज तक किसी महिला ने चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटाई।
पहली बार अगर कोई गरीब महिला चुनाव लड़ रही है तो उसका कोई साथ नहीं दे रहा है। शांगला की रहने वाली रेहाना मैगसी स्कूल और अस्पताल के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
महिला उम्मीदवार रेहाना मैगसी ने कहा कि हमारे बलूची में यह रिवाज नहीं है कि कोई औरत चुनाव में खड़ी हो। मजबूरी में मुझे चुनाव में खड़ा होना पड़ा।
मैं पहली औरत हूं, जो इलेक्शन में खड़ी हूं। यहां न कोई स्कूल-यूनिवर्सिटी है, न अस्पताल है और न ही सड़क है। मैंने अपने क्षेत्र की जनता और बच्चों के लिए चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
रेहाना मैगसी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह गोद में बच्चे को लेकर बाइक से चुनाव प्रचार करने के लिए जा रही हैं। इस दौरान महिला के हाथ में एक कागज है, जिससे वह चुनाव प्रचार कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि मैं गरीब औरत हूं। कभी पैदल तो कभी बाइक से चुनाव प्रचार के लिए जाती हूं। मैं महिलाओं के पास जाकर कहती हूं कि मेरी मदद करो।
कुछ महिलाएं हामी भरती हैं तो कुछ वोट देने से इनकार कर देती हैं। कुछ महिलाएं कहती हैं कि हम नवाबों को वोट देंगे। नवाबों के पास पैसे हैं, लेकिन हम गरीब औरत के पास कुछ भी नहीं है।
महिला उम्मीदवार ने मतदाताओं से कहा कि मैं आपके लिए चुनाव लड़ रही हूं। अगर मैं चुनाव जीती तो यहां पर अस्पताल, यूनिवर्सिटी और सड़क बनाऊंगी। उन्होंने कहा कि विरोधी उम्मीदवार हमारे भाई को धमकी देते हैं कि तुमने एक महिला को चुनाव में क्यों खड़ा किया है। तुम खुद क्यों नहीं खड़े हुए। मुझे डर लगता है कि वे नवाब हैं, मेरे भाई और शौहर नुकसान पहुंचा सकते हैं, लेकिन अगर मैं डरूंगी तो फिर इलाके में कैसे जाऊंगी।
उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी की स्थिति मेरी जैसी ना हो। आज मैं चुनाव में खड़ी हुई हूं तो कल और भी औरतें बाहर निकलेंगी और चुनाव में खड़ी होंगी।
ऐसे तो इस बार 355 महिलाएं पाकिस्तान आम चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन ये कोई आम या गरीब महिलाएं नहीं हैं। अधिकांश महिला उम्मीदवारों का रिश्ता सियासी घरानों से है।