कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की एकाउंटेंट ने की आत्महत्या

Digital Desk
3 Min Read
#image_title

Accountant of Kasturba Vidyalaya commits suicide: पलामू जिले के पाटन स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की एकाउंटेंट प्रियंका कुमारी (28) बुधवार को अपने क्वार्टर में फांसी के फंदे से झूलती मिलीं। पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें फंदे से उतारकर अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

वार्डन कृष्णा कुमारी ने एमआरएमसीएच में बुधवार को बताया कि, मैं जब क्लास लेकर ऑफिस में गई तो गार्ड विनोद फोन लेकर आया और कहा कि एकाउंटेंट मैडम के हस्बैंड का बार-बार कॉल आ रहा है। विद्यालय में मैडम नहीं मिली, क्वार्टर की तरफ गए तो वहां देखा कि अंदर से गेट बंद है। बार-बार धक्का देने के बाद भी गेट नहीं खुला। गांव के ही मिस्त्री साधु राम को बुला कर खिड़की के ग्रिल के रॉड को काटा गया एवं अंदर रूम में गए तो देखा कि प्रियंका दुपट्टे के सहारे फंदे से लटकी हुई थी। पाटन पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के पहुंचने के बाद दुपट्टे को चाकू से काटकर प्रियंका को अस्पताल ले जाया गया।

वार्डन ने बताया कि 1 अगस्त 2024 से प्रियंका एकाउंटेंट के तौर पर विद्यालय में अपना योगदान दे रही थी। स्टार्टिंग में स्कूल के क्वाटर्र में ही रहा करती थी। उसके बाद डालटनगंज से ही आना जाना करती थी। लंबे समय से कस्तूरबा में एकाउंटेंट थी एवं चैनपुर से पाटन स्थानान्तरण  के बाद आई थी। बुधवार को लगभग 11 बजे के बाद स्कूल आई थी और 12.15 में फांसी लगाने की जानकारी मिली। दरवाजे को खोलने में 1 घंटे लगा।

मिस्त्री साधु राम ने बताया कि जब वह खिड़की से अंदर गया तब मोबाइल चालू था। पुलिस ने मोबाइल को जब्त कर लिया है। अंतिम बार किससे बात हुई, यह पता लगाया जा रहा है।

प्रियंका की शादी पांच साल पहले कंचन कुमार रजक से हुई थी। कंचन रोगजार सेवक है। घटना की सूचना दे दी गई है। घटना के वक्त वह रांची में थे। वहां से पलामू के लिए निकल गए हैं। प्रियंका का ससुराल छतरपुर थाना क्षेत्र के सड़मा गांव में है। वह तीन साल की एक बेटी की मां थी। वह मेदिनीनगर में किराए के मकान में रहती थी।

- Advertisement -
sikkim-ad
Share This Article