मेदिनीनगर: पलामू प्रमंडल के आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने मंगलवार को विश्रामपुर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि कई कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे हैं।
आयुक्त ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के 12 अनुपस्थित कर्मचारियों की हाजिरी काटते हुए शो-कॉज करने का निर्देश बीडीओ एवं अंचल अधिकारी को दिया। साथ ही शो-कॉज का जवाब अपने मंतव्य के साथ उपायुक्त के माध्यम से भेजने का निदेश दिया।
इनकी कटी हाजिरी
आयुक्त ने अंचल कार्यालय के प्रधान सहायक शैलेंद्र कुमार, अनुसेवक जीतेंद्र राम, अमीन प्रतीक कुमार तथा प्रखंड कार्यालय के अनुपस्थित प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक बैजनाथ राम, पंचायत सचिव नंदकिशोर राम, ग्राम सेविका कांति देवी सहित पीएमएआई-जी के प्रखंड समन्वयक धर्मपाल कुमार, मनरेगा के लेखा सहायक अंकित राज, मनरेगा के कंप्यूटर सहायक उदय कुमार राम, मनरेगा के जेई मनीष कुजूर एवं मो. मिनहाज आलम तथा कंप्यूटर ऑपरेटर राजन डे की हाजिरी काटते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया।
इसके अलावा अंचल कार्यालय के रोकड़ बही अपडेट नहीं किए जाने को लेकर अंचल के नाजिर को भी शो-कॉज करने का निर्देश अंचल अधिकारी को दिया।
नाजिर पर अनुशासनहिनता का आरोप
आयुक्त ने उपायुक्त, पलामू को विश्रामपुर के प्रखंड नाजिर मनीष कुमार को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया।
प्रखंड नाजिर मनीष का स्थानांतरण हुए एक माह हो गया, लेकिन अभी तक उनके द्वारा रोकड़ बही का प्रभार नहीं दिया गया है।
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण भी पूछा गया है। इसके बावजूद उनके द्वारा प्रभार नहीं दिया जाना, उनकी अनुशासनहिनता को दर्शाता है। इससे कार्य भी प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए आयुक्त ने उपायुक्त, पलामू को प्रखंड नाजिर को निलंबित करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के निरीक्षण के दौरान सरकारी योजनाओं का लाभ आमजनों तक सुगमता से पहुंचाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि आमजनों को योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं होना पड़े और न ही किसी तरह की कोई परेशानी या समस्या होनी चाहिए। आयुक्त ने अंचल कार्यालय के दाखिल खारिज, एनएच-75 के रैयतों को मुआवजा भुगतान आदि कार्यों की समीक्षा की।