मेदिनीनगर: मेदिनीनगर की Mayor Aruna Shankar ने गुरुवार को कहा कि पानी नहीं तो पैसा नहीं।
उन्होंने कहा की बरसों से कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां कनेक्शन (Connection) के लिए फॉर्म तो भरवाया गया पर कनेक्शन नहीं लगे।
सिर्फ बिल (Bill) आना शुरू हो गया या फिर कनेक्शन भी दिया गया लेकिन नल में पानी (Water) के बदले पानी का बिल आने लगा।
बिना पानी प्राप्त किए पानी टैक्स भुगतान करना पड़ता हैं
उन्होंने कहा कि जब कनेक्शन धारी किसी प्रकार का क्लीयरेंस (Clearance) लेने निगम जाते तो उन्हें मजबूरन बिना पानी प्राप्त किए पानी टैक्स (Water Tax) हजारों में भुगतान करना पड़ता।
जो भुगतान नहीं कर रहे उनके ऊपर निगम का कर्ज पेनल्टी (Penalty) के साथ हजारों में बढ़ता जा रहा।
अरुणा शंकर ने कहा कि वे निगमवासियों की इस पीड़ा को समझते हुए गलत तरीके से गत 15/20 वर्षों से लिए जा रहे वाटर टैक्स (Water Tax) को माफ करने के लिए सरकार से पहल शुरू की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
वाटर वेपर कमेटी का गठन
उन्होंने पार्षदों और उप महापौर के सहयोग से Board के पावर का इस्तेमाल करते हुए वाटर वेपर कमेटी (Water Vapor Committee) का गठन किया जो अब निगम में कार्य करना प्रारंभ कर दिया।
बहुत जल्द छठ के बाद नगर भवन में वाटर वेपर कमेटी का एक Mega Camp लगाया जाएगा, जिसमें वे स्वयं उपस्थित रहेंगी।
ऐसे जितने भी कनेक्शनधारी हैं जहां पानी नहीं आता सिर्फ बिल आता वह अपने पार्षदों से सत्यापित करा कर अर्जी देंगे।
उसका तुरंत सत्यता की जांच कराते हुए बिल को पूरा माफ कर दिया जाएगा।