राजमोहन और राकेश दास मर्डर कांड में तीन आरोपियों को पुलिस ने दबोचा, घटना में…

Central Desk

Palamu Murder: कांग्रेस नेता रहे राजमोहन पोलू और बिजली मिस्त्री राकेश दास हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस ने इस सिलसिले में दो सगे भाइयों समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

साथ ही घटना में इस्तेमाल टूटी हुई राइफल (Rifle) का अगला हिस्सा, बैरल एवं मैगजीन, खून लगा हुआ जींस एवं शर्ट, सिल्वर रंग का एक देसी कट्टा, एक जिंदा गोली, मोबाइल फोन आदि बरामद किया गया है।

27 मार्च दोपहर 1.30 बजे चैनपुर थाना (Chainpur Police station) क्षेत्र के शाहपुर मुख्य सड़क से सटे इलाके में कांग्रेस नेता रहे राजमोहन पोलू और बिजली मिस्त्री राकेश दास की डेड बॉडी बरामद की गई थी। दोनों की पीट-पीट कर हत्या की गई थी।

अनुसंधान के लिए मेदिनीनगर सदर SDPO मणिभूषण प्रसाद के नेतृत्व में टीम बनाई गई और 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

SP रीष्मा रमेशन ने शनिवार को बताया कि डबल मर्डर में शामिल राहुल चंद्रवंशी (21) एवं रवि चंद्रवंशी उर्फ रवि राम (27) और विशाल कुमार (20) को गिरफ्तार किया गया है। तीनों सेमरटाड़ के निवासी हैं।

पूछताछ के क्रम में तीनों ने स्वीकार किया है कि राजमोहन पोलू उसके परिवार को डराते धमकाते रहता था और बात-बात पर अपनी Rifle से गोली मारने के लिए तान देता था।

घटना के दिन भी बिजली का तार जोड़ने को लेकर आरोपियों और राजमोहन पोलू के बीच विवाद हुआ था।

इसी क्रम में राजमोहन पोलू ने आरोपियों पर अपनी राइफल तान दी थी और Rahul Chandravanshi ने देसी कट्टा (Desi Katta) राजमोहन पोलू पर फायर कर दिया, परंतु मिस फायर हो गया था।

इसके बाद दोनों में धक्का मुक्की हुई थी। इसी क्रम में राहुल चंद्रवंशी ने राजमोहन पोलू से Rifle छीनकर उसी राइफल के बट से उसके सिर पर जोरदार प्रहार किया था, जिससे राजमोहन पोलू जमीन पर गिर गया था।

बीच बचाव करने आए बिजली मिस्त्री (Electrician) राकेश दास के सिर पर भी उसी राइफल के बट से जोरदार प्रहार किया गया था जिससे राइफल टूट गई थी और राकेश लड़खड़ाते हुए दूर जाकर जमीन पर गिर गया था।

इसके बाद वे तीनों फिर से राजमोहन पोलू के पास पहुंचे थे और उसी टूटी हुई राइफल के दूसरे हिस्से बोल्ट और बांस के डंडे से लगातार प्रहार करके पोलू को मौत की घाट उतार दी थी।

राकेश की हत्या (Murder) आईविटनेस को खत्म करने के लिए की गई थी। बाद में दोनों को मरा समझ कर तीनों आरोपी घटनास्थल से भाग गए थे।