रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध खनन (Illegal mining) मामले की जांच के दौरान पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के बारे में कई खुलासे किये है। यह सभी खुलासे ED ने दायर चार्जशीट में किया है।
ED ने जांच के क्रम में मिश्रा के कई फोन कॉल्स को इंटरसेप्ट किया था। इससे पता चला कि कैसे Pankaj Mishra ने स्थानीय प्रशासन पर अपने और अपने सहयोगियों के खिलाफ जांच को रोकने के लिए दबाव बनाया था।
पंकज मिश्रा ने बीते दो जून को अपने मोबाइल से आयुक्त को फोन किया था
पंकज मिश्रा ने संथाल परगना के तत्कालीन आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप को गंगा नदी में मालवाहक जहाज दुर्घटना की कोई और जांच नहीं करने के लिए कहा था।
पंकज मिश्रा ने आयुक्त पर साहिबगंज (Sahebganj) के DC राम निवास यादव (Ram Niwas Yadav) की रिपोर्ट को स्वीकार करने का भी दबाव बनाया था।
ED ने विशेष अदालत में अभियोजन शिकायत के साथ पंकज मिश्रा की आयुक्त के साथ हुई बातचीत की डिजिटल कॉपी भी पेश की है।
पंकज मिश्रा ने बीते दो जून को अपने मोबाइल से आयुक्त को फोन किया था। तत्कालीन आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप ने भी ED के सामने दिए गए अपने बयान में कहा है कि पंकज मिश्रा ने उन्हें एक दिन बुलाया था और बताया था कि वह अंतर्देशीय जहाज (Inland Ship) का मालिक है और इसे भी चलाता है।
साहिबगंज जिला प्रशासन ने कोई संतोषजनक रिपोर्ट नहीं दी
यह पूछे जाने पर कि वह डीसी की रिपोर्ट से संतुष्ट क्यों नहीं हैं, चंद्र मोहन कश्यप ने कहा कि रात में एक अंतर्देशीय जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस संबंध में झारखंड (Jharkhand) के परिवहन विभाग से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। इसलिए उन्होंने साहिबगंज डीसी से रिपोर्ट मांगी है। डीसी की रिपोर्ट संतोषजनक नहीं थी।
उन्होंने दुर्घटना के कारणों और दुर्घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों सहित कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा। लेकिन साहिबगंज जिला प्रशासन ने कोई संतोषजनक रिपोर्ट नहीं दी। सेवानिवृत्त होने के बाद वह इसे परिवहन विभाग को नहीं भेज सके और जिला प्रशासन ने रिपोर्ट नहीं दी।