पाकुड़: मानिकापाड़ा के मुखिया कौसर अली और उनकी बेटी जुवाइरा नेहार खातून की हत्या की घटना को कुल 10 अपराधियों ने अंजाम दिया है।
इनमें से तीन आरोपी पश्चिम बंगाल के रहनेवाले हैं। पुलिस ने हत्या के आरोपियों में से एक शमीम अख्तर को मंगलवार की देर रात मानिकापाड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया है।
मुखिया के चालक अमीरुल इस्लाम ने पुलिस को बताया है कि मानिकापाड़ा गांव निवासी शाहिदुल आलम, अब्दुल हलीम, आलम शेख, नुसरत नसीम, शरीफ, फिटु शेख व शमीम अख्तर के अलावा पश्चिम बंगाल के फरक्का थाना क्षेत्र के पचुलाग्राम के अब्दुल मतीन, नाजिर हुसैन और आमतल्ला के शरीफ शेख ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।
जांच में यह बात भी सामने आयी है कि मुखिया की कार पर शाहिदुल शेख और अब्दुल हलीम ने पांच बम फेंके थे। इससे कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के कारण गाड़ी वहीं पर रुक गयी थी।
इसके बाद शाहिदुल, हलीम, आलम, नसरत, मतीन, फिटू, नसीम, शमीम, शरीफ और नाजिर ने मिलकर मुखिया को खींचकर गाड़ी से बाहर निकाला। उन लोगों ने चाकू से मुखिया के सिर के पीछे, गला, पेट के दोनों तरफ तथा दोनों पैर के पीछे वार कर मौत के घाट उतार दिया।
पत्नी नसीमा और बेटा जुनैद को भी चाकू से मारा गया था। मां-बेटे की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
मुखिया कौसर और उनकी बेटी की हत्या मामले के आरोपी शमीम अख्तर को पुलिस टीम ने मंगलवार की देर रात मानिकापाड़ा गांव से धर-दबोचा। यह पुलिस की पहली सफलता है।
एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने बुधवार को बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शमीम अपने घर पर मौजूद है। पुलिस टीम ने उसके घर पर छापामारी कर उसे गिरफ्तार किया।
एसडीपीओ ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है। बंगाल के फरक्का, कालियाचक सहित अन्य थानों से मदद मांगी गयी है। मुखिया हत्याकांड मामले में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मानिकापाड़ा के सात तथा बंगाल के फरक्का थाना क्षेत्र के तीन आरोपी शामिल हैं।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने तीन स्पेशल टीम बनायी है। एक टीम का नेतृत्व एसडीपीओ अजीत कुमार विमल कर रहे हैं।
दूसरी टीम का नेतृत्व पुलिस निरीक्षक तथा तीसरी टीम का नेतृत्व मुफस्सिल थाना प्रभारी अमर कुमार मिंज कर रहे हैं। मंगलवार की रात और बुधवार को भी टीम ने फरक्का थाना क्षेत्र के कई ठिकानों पर छापामारी की।
मुखिया कौसर अली की हत्या के पीछे की सबसे बड़ी वजह जमीन विवाद व मुखिया चुनाव बताया जा रहा है। एसडीपीओ अजीत कुमार विमल के अनुसार गांव में वर्चस्व की लड़ाई है।
दो गुट बन गये हैं। कौसर अली के उपर जमीन से संबंधित मुफस्सिल थाना में दो मामले दर्ज हैं।
एसडीपीओ ने बताया कि 28 अगस्त 2021 को गांव की गोलमीरा बीबी ने मुखिया कौसर अली के विरुद्ध जमीन संबंधी मामला दर्ज कराया था।
इस मामले में कौसर के अलावा पांच अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया था। पांच दिसंबर 2021 को मानिकापाड़ा गांव के अब्दुल हसन ने मुखिया कौसर अली सहित तीन अन्य लोगों पर मारपीट करते हुए सोने की चेन छीन लेने तथा षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी कर जमीन हड़प लेने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी।
इधर, चालक अमीरुल इस्लाम की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में हत्या का कारण मुखिया चुनाव बताया गया है। चालक ने कहा कि वर्तमान मुखिया कौसर के साथ अब्दुल हलीम का मुखिया चुनाव में खड़ा होने को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था।
एसडीपीओ के अनुसार कौसर का पाकुड़ व फरक्का में नर्सिंग होम चलता है। वह मजदूर सप्लाई का भी काम करते थे। इसलिए वह कुछ लोगों की नजर में चढ़े हुए थे।
एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने कहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीनों टीमें लगातार छापामारी कर रही हैं। फिलहाल एक नामजद आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है, जिसे जेल भेज दिया गया है। इस मामले का स्पीडी ट्रायल कराकर दोषियों को सजा दिलायी जायेगी।