पाकुड़: महेशपुर थाना क्षेत्र के लौगांव में दो पक्षों के बीच वर्षों से चल रहे जमीन विवाद को लेकर सोमवार को आयोजित मोड़े माझी की बैठक टल गयी।
महेशपुर एसडीपीओ नवनीत एंथोनी हेम्ब्रम के नेतृत्व में मौके पर पहुंची महेशपुर व पाकुड़िया थाना की पुलिस ने हंगामेदार बैठक मोड़े माझी होने नहीं दिया।
समाचार लिखे जाने तक गांव में पुलिस कैंप कर रही थी।एसडीपीओ नवनीत एंथोनी हेम्ब्रम ने बताया कि गांव के खेल मैदान में जमीन विवाद से संबंधित प्रथम पक्ष के शिवजतन मुर्मू अपने दर्जनों लोगों के साथ मौजूद थे, जबकि दूसरे पक्ष के कलेश्वर हांसदा समेत अन्य 17 लोग अनुपस्थित थे।
मौके पर शिवजतन मुर्मू को समझाया गया कि जमीन से संबंधित विवाद को इस तरह मोड़े माझी कर सुलझाना संभव नहीं है। जमीन विवाद के समाधान के लिए अंचल कार्यालय के अंचलाधिकारी तथा संबंधित राजस्व कर्मचारी की आवश्यकता होती है।
आपलोगों के जमीन विवाद का समाधान उन लोगों की उपस्थिति में ही किया जा सकता है। इसलिए आप सभी महेशपुर थाना चलें, वहां सीओ, सीआई और संबंधित कर्मचारी की उपस्थिति में जमीन संबंधी मामले को निपटाया जायेगा।
उन्होंने प्रथम पक्ष को आश्वासन दिया कि उन्हें उचित न्याय दिलाया जायेगा। साथ ही विवादित जमीन पर दूसरे पक्ष द्वारा जबरन लगाये गये व काटे गये धान का आधा हिस्सा भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा।
उनके समझाने के बाद प्रथम पक्ष के लोग मान गये। क्षेत्र में विधि-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए समाचार लिखे जाने तक पुलिस अधिकारी एवं पुलिस बल के जवान लौगांव में तैनात थे।
उल्लेखनीय है कि लौगांव में मौजा संख्या 52 के जमाबंदी संख्या 13 के कुल रकबा 34 बीघा तीन कट्ठा 15 धूर जमीन को लेकर प्रथम पक्ष के शिवजतन मुर्मू तथा द्वितीय पक्ष के कलेश्वर हांसदा और अन्य 17 लोगों के बीच विगत कई वर्षों से विवाद चल रहा है।
एसडीपीओ ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर मोड़े माझी की सूचना मिली थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव पहुंचकर लोगों को समझाते हुए मोड़े माझी को स्थगित कर दिया।
बताया कि दोनों पक्ष के लोगों के साथ थाना में बैठक कर जमीन विवाद को सुलझा दिया जायेगा। पीड़ित पक्ष को हर हाल में न्याय दिलाया जायेगा।