अहमदाबाद: टेस्ट क्रिकेट में बड़े शॉट खेलना भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए अब आम बात हो गई है।
शुक्रवार को भी उन्होंने जेम्स एंडरसन की जिस गेंद पर स्वीप शॉट खेलकर उसे बाउंड्री के पार भेजा, उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है।
आस्ट्रेलिया में जनवरी में सीरीज विनिंग पारियां खेलने वाले पंत ने शुक्रवार को भी इंग्लैंड के साथ जारी चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन 118 गेंदों पर 101 रनों की शतकीय पारी खेली।
इस पूरी सीरीज के दौरान पंत विकेट के पीछे भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने शुक्रवार को कहा, वह हमारे लिए अच्छा काम कर रहे हैं। उनकी अधिक तैयारी है। मुझे लगता है कि वह धोनी के नक्शेकदम पर हैं।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने कहा है कि पंत उनके लिए सभी फॉर्मेट में एक मैच विजेता खिलाड़ी हैं।
मोरे ने आईएएनएस से कहा, मैंने हमेशा से यह कहा है कि जब तक आप किसी को भी गहराई में नहीं डालेंगे, वह कैसे सीखेगा? पंत के साथ भी यही हुआ। वह अब तीन साल से भारतीय टीम के साथ हैं।
भारत में उनका अब तक नहीं खेलना एक बहुत दुखद बात थी। मुझे नहीं पता कि इसका कारण क्या था। वह युवा, अनुभवहीन थे।
जब आप भारत में खेलते हैं तो अनुभवहीनता मदद नहीं करती है। लेकिन आपको अनुभव के अवसर देने होंगे। जाहिर है, उस अवधि में उन्होंने कड़ी मेहनत की है।
उन्होंने कहा, भारतीय सतहों पर, एक विकेटकीपर हमेशा खेल में होता है। अगर आप अच्छा करते हैं, तो आपकी तारीफ होती है।
यदि आप एक फ्लैट पिच पर एक कैच छोड़ते हैं, तो यह ध्यान देने योग्य है।
लेकिन उस मददगार पिच पर भले ही आप मिस भी करते हैं तो लोग पिच को दोष देते हैं न कि आपके विकेट कीपिंग स्किल को। इसलिए, यह थोड़ा आसान है।
ओपनर रोहित ने पंत की बल्लेबाजी शैली का समर्थन किया, जोकि आक्रामक और शुरू से ही अपरिवर्तित रहा है।
उन्होंने कहा, अपनी पारी के पहले हाफ में, वह अच्छे दिखे। अपने डिफेंस पर भरोसा जताते हुए और फिर एक बार जब हम 200 पर पहुंच गए, तो वह सिर्फ गेंदबाजों पर शॉट लेना चाहते थे, जो ठीक है।
आपको अपनी टीम में उन खिलाड़ियों की जरूरत है जो गेंदबाजों पर शॉट लेने से नहीं डरते।
पंत ने अपना अर्धशतक 82 गेंदों पर पूरा किया जबकि अगले 50 रन उन्होंने केवल 33 गेंदों पर ही बना डाला।
मोरे ने कहा, वह अधिक खतरनाक होने वाले हैं और अधिक परिपक्व होने वाले हैं। वह हमेशा मेरे लिए एक मैच विजेता रहे हैं।
वह अपनी क्षमता और आक्रामकता के साथ और अधिक खतरनाक होंगे।
जितना अधिक अनुभव उन्हें क्रिकेट की दुनिया में मिलता है, वह उतना ही खतरनाक होंगे।