Jharkhand paper leak case: जैक की ओर से आयोजित परीक्षा का पेपर लीक क्या महज गर्लफ्रेंड को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का ही मामला था।
अबतक जो कहानी बताई जा रही है, उससे तो यही लगता है, पर पूरी सच्चाई तो गम्भीरता से छानबीन के बाद ही सामने आएगी। इस मामले में गिरिडीह से गिरफ्तार आरोपी कमलेश और मुकेश ने पूछताछ में बताया कि उनलोगों ने गाड़ी से प्रश्नपत्र खाली कर स्ट्रांग रूम तक पहुंचाने के क्रम में सीढ़ियों पर प्रश्नपत्र के बंडल की सील फाड़कर उससे परीक्षा में आने वाले हिंदी और विज्ञान के प्रश्नपत्रों निकाल लिये।
पुलिस की पूछताछ में ये बातें सामने आईं कि गिरफ्तार कमलेश ने प्रश्नपत्र की चोरी अपनी गर्लफ्रेंड के लिए की थी।
गर्लफ्रेंड के लिए बनाया प्लान
जानकारी के मुताबिक इस मामले में पकड़े गए कमलेश ने अपनी गर्लफ्रेंड को प्रश्नपत्र देने के लिए ऐसा किया था।
उसने बताया कि जब उसकी गर्लफ्रैंड ने प्रश्नपत्र पाने की इच्छा जाहिर की तो इन लोगों ने प्लान तैयार करना शुरू किया।
इनलोगों ने रांची से प्रश्नपत्र लेकर आए वाहन को खाली कराने की जिम्मेदारी जिस ठेकेदार को मिली थी, उससे मुलाकात की और वाहन खाली करने की इच्छा जाहिर की।
सीलबंद बंडल से चोरी किया प्रश्नपत्र
ठेकेदार भी आसानी से तैयार हो गया। इसी दौरान लोगों ने सील बंद प्रश्नपत्र के बंडल से प्रश्पत्रों के सेट की चोरी कर ली। पूरे मामले में गिरिडीह के जिस स्ट्रांग रूम से ये सारी कहानी गढ़ी गई। वहां तैनात कर्मी और जिसको इसकी जिम्मेदारी दी गई थी, वे भी सवालों के घेरे में हैं।
क्योंकि सील बंद पैकेट फाड़कर प्रश्नपत्र निकाल लिया गया, उसके बाद परीक्षा वाले दिन जब स्ट्रांग रूम से प्रश्नपत्र को परीक्षा केंद्र पहुंचाने की तैयारी हुई होगी, तो वहां पर मौजूद मजिस्ट्रेट और अन्य कर्मियों ने फटे हुए प्रश्नपत्र के बंडल को जरूर देखा होगा।
बावजूद इसके किसी ने भी इसकी सूचना जैक को नही दी। बहरहाल इस मामले में रोहित कुमार, मुकेश कुमार, कमलेश कुमार, अंशु कुमार पांडेय, कृष्णा कुमार पांडेय व लालमोहन कुमार को गिरफ्तार किया गया है जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।
सम्भावना है कि न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद पुलिस इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।