पारा शिक्षकों के लिए तैयार हो रही बिहार मॉडल नियमावली कैबिनेट में जाने को तैयार

News Aroma Media

न्यूज़ अरोमा रांची: राज्य के 65 हजार पारा शिक्षकों के लिए तैयार हो रही बिहार मॉडल नियमावली पर लगातार बैठक का दौर जारी है।

साथ ही मोर्चा की तरफ से नियमावली की प्रगति और पारा शिक्षकों की कई समस्याओं के निदान की कोशिश जारी है।

इसी क्रम में शुक्रवार को एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का शिष्टमंडल मंत्री जगरनाथ महतो के आवास पहुंचा। यहां जानकारी मिली के स्वास्थ्य कारणों से मंत्री का विधानसभा सत्र में जाना स्थगित हो गया है।

मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा…

बताते चलें कि मंत्री ने कुछ पहले ही कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज़ भी ली है। यहां एकीकृत पारा शिक्षक संघ के नेता डोमन महतो ने मंत्री से मुलाकात की और बिनोद बिहारी महतो से भी फोन पर मंत्री जगरनाथ महतो ने बात कर आगे नियमावली को लेकर क्या अपडेट है इसकी जानकारी दी।

यहां मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि जल्द ही अगले सप्ताह ड्राफ्ट पर अंतिम निर्णय लेते हुए नियमावली को कैबिनेट में भेजा जायेगा।

पारा शिक्षकों के लिए तैयार हो रही बिहार मॉडल नियमावली कैबिनेट में जाने को तैयार

बता दें कि नियमावली तैयार हो गई है , अब आगे की प्रकिर्या पूरी करते हुए उसे कैबिनेट में भेज कर पास कराने की ज़रूरत होगी जिसको लेकर एक सप्ताह या उससे अधिक का भी समय लग सकता है।

ये जानकारी एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) ने दी है। यहां मिलने वालों में बिनोद बिहारी महतो, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू), डोमन महतो, तुलसी महतो, श्याम सुन्दर महतो एवम अजीत महतो शामिल हुए।

स्वस्थ होते ही नियमावली को लेकर बैठक कर करेंगे चर्चा 

इधर पिछले दिनों बुधवार को नियमावली को लेकर जानकारी लेने के लिए पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की राज्य इकाई ने रांची में शिक्षा मंत्री से मुलाक़ात करने उनके आवास पहुंचे थे।

यहां शिक्षा मंत्री ने कोरोना की दूसरी डोज़ ली थी जिससे मंत्री जगरनाथ महतो किसी से नहीं मिल रहे थे। उन्होंने कहा था कि स्वस्थ होते ही वो पारा शिक्षकों की नियमावली को लेकर बैठक कर चर्चा करेंगे।

उन्होंने ने मोर्चा को खबर भेजा है कि दो दिनों में नियमावली पारा शिक्षकों को उपलब्ध करा दी जाएगी। नियमावली को लेकर ड्राफ्ट कमेटी की बैठक चल रही है।

नियमावली ड्राफ्ट को लेकर पारा शिक्षकों ने रखा अपना पक्ष

मंत्री ने मोर्चा को एसपीडी मुलाक़ात कर जानकारी लेने को भी कहा है। इधर मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल नवनियुक्त राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी से भी मुलाक़ात की थी।

नियमावली ड्राफ्ट को लेकर पारा शिक्षकों ने कई बिंदुओं पर अपना पक्ष भी रखा था। मोर्चा ने बताया कि जल्द ही ड्राफ्ट मंत्री जगरनाथ महतो को सौंप दी जाएगी, जिसके बाद ड्राफ्ट मोर्चा को दिया जायेगा।

नियमावली ड्राफ्ट को लेकर पारा शिक्षकों ने रखा अपना पक्ष

बताते चलें कि परियोजना निदेशक के स्थानांतरण होने की वजह से इसमें देर हुई है। जब कमिटी बनी थी उस समय डॉ शैलेश चौरसिया परियोजना निदेशक थे। अब उनके स्थानांतरण के बाद किरण कुमार पासी परियोजना निदेशक बनायी गयी हैं।

पारा शिक्षकों को अब और इंतजार नहीं करना होगा। नियुक्ति नियमावली बनाने की प्रक्रिया चल रही है।

बहुत जल्द ही नियमावली प्रारूप को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पास भेजा जायेगा। मंत्री के निर्देश के बाद ही पारा शिक्षक संघ को नियमावली का प्रारूप भेजा जायेगा।

मामला लंबे समय तक लंबित रहा

राज्य में पारा शिक्षकों की कुल संख्या 65 हजार है। काफी समय से पारा शिक्षकों को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के स्वास्थ्य होने का इंतजार था।

पिछले साल मंत्री के बीमार पड़ने के बाद पारा शिक्षकों के संबध में कोई निर्णय नहीं लिया गया था। मामला लंबे समय तक लंबित रहा।

मंत्री के राज्य लौटने के बाद पारा शिक्षकों संग ये पहली बैठक की गयी। बता दें कि पिछले तीन साल से पारा शिक्षकों ने स्थायीकरण और वेतनमान को लेकर समय-समय पर आंदोलन कर रहे थे।

मंत्री की अध्यक्षता में हुई थी बैठक

बता दें कि शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 18 अगस्त को विभागीय अधिकारियों और पारा शिक्षकों की बैठक हुई थी।

इसमें एक सप्ताह में सेवा शर्त नियमावली का प्रारूप तैयार करने का आश्वासन दिया गया था।

इसके बाद झारखंड  शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक की अध्यक्षता में 19 अगस्त को कमेटी का गठन किया गया था।

बिहार की तर्ज पर बननी है नियमावली

कमेटी को 23 अगस्त को शिक्षा सचिव को प्रारूप देना था, जबकि उनकी समीक्षा के बाद 26 अगस्त तक अंतिम रूप से प्रारूप की कॉपी शिक्षा मंत्री को सौंपनी थी।

इस बीच जेईपीसी के राज्य परियोजना निदेशक डॉ शैलेश कुमार चौरसिया का तबादला हो गया। इस वजह से देरी हुई।

पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली बिहार के नियोजित शिक्षकों की नियमावली की तर्ज पर बनाई जा रही है।