रांची: झारखंड के पारा शिक्षकों ने मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के बुलावे पर उनके आवास गढ़वा में मुलाक़ात की। राज्य कमिटी के नेतृत्व में मंत्री से उपरोक्त मांग पत्रों पर वार्ता हुई।
इस संबंध में काफी बहस हुई। मंत्री ने वही पुरानी बात दोहराते हुए राज्य के पारा शिक्षकों के समस्या के निदान की बात कही।
रांची में घेराव के दौरान जारी किये गए तुगलकी फरमान (पत्र) को निरस्त कर सीएल स्वीकृत कराने का भरोसा दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि आप सभी राज्य के पारा शिक्षकों के लिए बराबर मुख्यमंत्री से मैं लड़ता रहता हूं।
बहुत जल्द अप्रैल में मुख्यमंत्री और विभागीय पदाधिकारी के साथ आप सब की बैठक होगी।
बैठक में स्थिति साफ हो जायेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री नहीं हैं और राज्य के सभी पारा शिक्षकों से आग्रह पर मैं आपकी समस्या को पहले भी रहा है और अब भी रहा रख रहा हूं।
उन्होंने साथ ये भी कहा की सभी पारा शिक्षकों का काम हर हाल में होगा और काम बहुत हद तक हो भी रहा है।
पारा शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में मंत्रियों से मिलाकर बनायें दबाव
पारा शिक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्र में सभी विधायक और मंत्रियों से मिलाकर दबाव बनाने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा की सभी पर दबाव बनाते हुए पारा शिक्षकों के समस्या का जल्द से जल्द निसान के लिए मजबूर करें।
मंत्री से वार्ता में दशरथ ठाकुर, प्रदुमन कुमार सिंह, सिंटू रविशंकर ठाकुर, प्रदीप कुमार सिंह, धर्मेन्द्र पाल,राकेश कुमार ठाकुर, साकेत सिंह, मुन्ना भारती, डंडा प्रखंड अध्यक्ष मनोज विश्वकर्मा आदि शामिल हुए।