रांची: रांची विधानसभा घेराव में पहुंचे पारा शिक्षकों से बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने मुलाक़ात की। उन्होंने धरना स्थल पर उपस्थित होकर पारा शिक्षकों की हौसला बढ़ाया।
साथ ही उन्होंने कहा कि “मैं हक की लड़ाई मैं सभी पारा शिक्षकों के साथ खड़ा हूं और सभी पारा शिक्षकों के समस्या को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी हल निकालते हुए स्थायी निदान को लेकर निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
बता दें की घरने पर बैठे पारा शिक्षकों से बगोदर विधायक ने मुलाक़ात कर ये बातें कहीं है। इसकी जानकारी एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने खुद दी है।
उन्होंने बताया कि घेराव के पहले दिन गिरीडीह, देवघर, पूर्वी सिंहभूम, लोहरदगा एवं रामगढ़ जिले के लगभग 10 हजार पारा शिक्षकों ने रांची पहुंच आंदोलन की शुरुआत कर दी है। अब तो हेमंत सोरेन सरकार को उनकी मांगें माननी होगी। नहीं तो अब आर-पार की लड़ाई होगी।
पारा शिक्षकों का बिना डरे विधानसभा घेराव शुरू
मोर्चा ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार और एसपीडी के तुगलकी फरमान से बिना डरे सोमवार को 5 दिवसीय विधानसभा घेराव प्रारंभ हुआ।
कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, मोहन मंडल एवं सिंटू सिंह ने कहा कि “आखिर 3 महीने में राज्य के 65 हजार पारा शिक्षकों के स्थायीकरण वेतनमान देने का वादा करनेवाली हेमंत सरकार कब अपना वादा पूरा करेगी ?”
हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद लगभग 5 से अधिक पारा शिक्षकों की मृत्यु हो गई है और सैकड़ों पारा शिक्षक बिना किसी लाभ के सेवानिवृत्त हो गए।
कब होगा पारा शिक्षकों की समस्याओं का समाधान होगा?
आखिर और कितने पारा शिक्षकों की मौत के बाद सरकार स्थायीकरण, वेतनमान की नियमावली बनाएगी। आखिर कब तक पारा शिक्षकों की वर्तमान समस्याओं का समाधान होगा?
उन्होंने कहा कि सरकार 19 मार्च तक राज्य के सभी 65 हजार पारा शिक्षकों के स्थायीकरण, वेतनमान सहित वर्तमान समस्याओं के निदान पर निर्णय नहीं लिया तो उग्र आंदोलन होगा और इसकी जवाबदेही राज्य सरकार की होगी।
…तो सत्तापक्ष के विधायकों के क्षेत्र में करेंगे पुरजोर विरोध
मोर्चा ने यहां सरकार को अपना वादा जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है की अगर जल्द से जल्द फैसला नही लिया जाता है तो सत्तापक्ष के विधायकों के क्षेत्र में पुरजोर विरोध किया जाएगा।
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) ने इसकी घोषण की है।
धरना के पहले दिन ये हुआ शामिल
धरना के पहले दिन गिरिडीह के नारायण महतो, सुखदेव हाजरा, मनोज शर्मा, अजय पांडेय, उमेश राय, रिशालचंद यादव, रामगढ़ के जितेंद्र कुमार, रोहित कुमार, मो सलीम, बसंत ठाकुर, लोहरदगा के जसीम अंसारी, हसन अंसारी, लाल उमाशंकर शाहदेव, सुनीता देवी, जयारानी कुंवर, पूर्वी सिंहभूम के सुमित तिवारी, प्रितेश खलखो, तापस हलधर, सन्नी कुमार, देवघर के विरंजय यादव, सिकंदर कुमार राय, शशिकांत मिश्रा, दीपक सोनी, सुधांशु देव आदि ने संबोधित किया।