पारा शिक्षकों की पुलिस से नोकझोंक, कहा- इसी आंदोलन की वजह से हुई थी जेल, साहब! लाठी डंडों से नहीं डरने वाले

News Aroma Media
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न्यूज़ अरोमा रांची: Para Teacher Jharkhand – झारखंड के 65 हजार पारा शिक्षक स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर 15 मार्च से पांच दिवसीय आंदोलन पर हैं। आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को राज्य के पलामू, धनबाद, कोडरमा और सरायकेला एवं खरसावां जिला के पारा शिक्षकों ने विधानसभा का घेराव किया।

इधर कई जिले से धरना स्थल पर पहुंच रहे पारा शिक्षकों की पुलिस से नोक-झोंक भी हुई। रूट तय नहीं होने की वजह से जब पारा शिक्षक पैदल विधानसभा की तरफ बढ़ रहे थे तभी उन्होंने रोक दिया गया।

वहां से उन्हें दुसरे रास्ते से प्रशासन ने जाने की हिदायत देते हुए वापस कर दिया। पारा शिक्षकों का कहना है कि ये सब रूट तय नही करने की वजह से हुआ, हमें रूट दिया जाता तो हम उसी रूट से यहां आते।

पारा शिक्षकों ने कहा की हमारा पिछले चार दिनों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है। फिर भी हमें इस तरह रोकना गलत है।

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जिस तरह हमारा यहां स्वागत हो रहा हम सभी ठीक उसी तरह अपन-अपने क्षेत्र में मंत्री और विधयाकों का भी स्वागत करेंगे। सरकार के सभी मंत्री और विधायक हम अपने गांव मुहल्ले में विरोध करेंगे।

उन्होंने ने कहा ये सब हमें रोकने की साजिश है। हम इन साजिशों में नही फंसने वाले हैं।

अब हम इन लाठी डंडों से नहीं डरने वाले। जिस तरह से हमारा स्वागत यहां पुलिस बल लगाकर किया जा रहा उसी तरह हम अपने-अपने क्षेत्र में विधायक मंत्री का भी स्वागत करेंगे।

इस आंदोलन की वजह से 283 पारा शिक्षक जेल होकर आए हैं, और ज़रुरत पड़ी तो हम अपनी रोज़ी रोटी-अपने हक के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं।

सरकार अपने वादे को पूरा कर हमें स्थायीकरण और वेतनमान दे, नहीं तो 19 के बाद ये आंदोलन उग्र आंदोलन का रूप लेगा और हमें रोकना मुश्किन ही नहीं नामुमकिन हो जायेगा।

एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्य संजय दूबे ने कहा कि पारा शिक्षक स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर विगत कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन, उन्हें हर बार विभाग और सरकार की ओर से आश्वासन ही मिलता है।

उन्होंने कहा कि इसी को लेकर राज्य के 65 हजार पारा शिक्षकों ने पांच दिवसीय आंदोलन की शुरुआत 15 मार्च से की है।

साथ ही चेतावनी दी कि अगर 19 मार्च तक हमारी मांगों पर सरकार विचार नहीं करती है तो आने वाले दिनों में पारा शिक्षक संघ बैठक कर उग्र आंदोलन की रणनीति तैयार करेगा।

उन्होंने कहा कि 19 मार्च को राज्य के दुमका, बोकारो, गुमला सहित अन्य जिलों के पारा शिक्षक विधानसभा घेराव में शामिल होंगे।

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