न्यूज़ अरोमा रांची: स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर झारखंड के पारा शिक्षकों ने आंदोलन की शुरूआत कर दी है। सोमवार को विभिन्न जिलों के पारा शिक्षकों ने विधानसभा के घेराव की कोशिश की।
लेकिन पुलिस ने उन्हें आधे रास्त में रोक लिया। पारा शिक्षकों ने पांच दिवसीय आंदोलन की शुरूआत सोमवार से कर दी है। इस आंदोलन में राज्य के 65 हजार पारा शिक्षक शामिल हो रहे हैं।
आंदोलन के क्रम में पारा शिक्षकों ने सोमवार को अपने घोषणा के अनुसार राज्य के पांच जिलों रामगढ़, लोहरदगा, गिरिडीह, पूर्वी सिंहभूम और देवघर जिले के पारा शिक्षकों ने रैली निकाली।
पारा शिक्षक विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया।
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्य संजय दूबे ने बताया कि पारा शिक्षक संघ ने छह सूत्री मांगों को पूरा करने का दबाव सरकार पर बनाया है।
लेकिन उन्हें हमेशा आश्वासन ही दिया जाता है। लेकिन अब हम झुकने के मूड में नहीं हैं।
इसी को लेकर आज से पांच दिवसीय आंदोलन की शुरूआत की जा रही है। इन पांच दिनों के अंदर अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं होगा, तो आने वाले दिनों से इससे भी उग्र आंदोलन किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि 16 मार्च को गढ़वा, सिमडेगा, चतरा आदि जिलों के पारा शिक्षक विधानसभा घेराव में शामिल होंगे।
17 मार्च को रांची, पाकुड़, हजारीबाग आदि जिले के पारा शिक्षक शामिल होंगे।
18 मार्च को धनबाद, सरायकेला, पलामू आदि जिला के पारा शिक्षक शामिल होंगे। वहीं 19 मार्च को दुमका, बोकारो, गुमला सहित अन्य जिलों के पारा शिक्षक विधानसभा घेराव में शामिल होंगे।