रांची: झारखंड के पारा शिक्षक वेतनमान को लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) नहीं आकलन पर अड़ गए हैं।
वहीं, अगर सरकार इसमें असहज महसूस करती है तो सीमित टेट पर बात बन सकती है। यह सीमित टेट ऐसा हो जिसमें सभी पारा शिक्षक बैठ सकें। अंक कम रहने पर भी कोई नहीं छ्टे।
परीक्षा में बैठने से एवं उत्तर प्रदेश के शिक्षा मित्रों की भांति पासिंग मार्क्स में 25 अंकों की छूट मिले।
इस संबंध में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की स्टेट इकाई के प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) ने सभी पारा शिक्षकों का फैसला सुनाया है।
सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों की ही परीक्षा
प्रद्युम्न कुमार सिंह ने कहा कि 9 जून को मोर्चा ने मानदेय बढ़ोतरी पर कोई बात नहीं कि क्योंकि हमें लग रहा था कि 6 माह के अंदर हम वेतनमान तक पहुंच जाएंगे, लेकिन अब जब विभागीय पेंच के कारण काफी विलंब हो रहा है।
तब हमने सरकार के समक्ष सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के लिए वेतनमान की संभावित परीक्षा पास करने तक मानदेय बढ़ाते हुए 20 हजार करने की मांग की है, जिस पर सभी मंत्रियों ने भी सहमति जताई है एवं मुख्यमंत्री ने भी आश्वासन दिया है।
एकजुट रहने का आह्वाहन
उन्होंने सभी पारा शिक्षकों से एकजुट होने का आह्वान किया है।
कहा है कि अब तक यदि कुछ बेहतर हुआ है एवं बेहतर होने की उम्मीद बंधी है तो ये एकीकृत होने के कारण सम्भव हो सका है।
ऐसे में टेट उत्तीर्ण एवं अनुत्तीर्ण साथियों से निवेदन करता हूं कि सोशल मीडिया पर आपस में नहीं उलझें। दोनों समूहों के 5-10 साथियों के कारण खाई बढ़ रही है दोनों के बीच जो अनुचित है।
एकीकृत मोर्चा नियम एवं तर्क संगत प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सदैव तैयार है। आप सभी कोई भी प्रस्ताव/सुझाव देंगे तो अवश्य विचार होगा।
अलग संगठन बनानेवाले संगठन के पुराने साथियों से एकीकृत मोर्चा में लौटने की अपील करता हूं। आइये, बैठकर बात कीजिये, एक रहिये।
सरकार को दो लेटर पैड, अलग अलग मांग वाला ज्ञापन मत दीजिये अन्यथा हम सबों को आपस में लड़ाकर ये ब्यूरोक्रेट्स हम पारा शिक्षकों का कुछ भी नहीं होने देंगे।