रांची/पलामू : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की राज्य इकाई ने राज्य के सभी पारा शिक्षकों से आंदोलन के लिए कमर कसकर तैयार रहने की अपील की है।
मोर्चा के बिनोद बिहारी महतो, संजय कुमार दुबे, हृषिकेश पाठक, प्रमोद कुमार, दशरथ ठाकुर, मोहन मंडल, प्रद्युम्न कुमार सिंह (सिंटू) ने संयुक्त बयान में पारा शिक्षकों से अपील की है कि सभी प्रखंडों में 31 अक्टूबर को एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक की जाये। कहा कि स्थायीकरण और वेतनमान आंदोलन की ताकत से लेंगे।
मोर्चा ने कहा कि झारखंड सरकार नियमावली के बिहार मॉडल को झारखंड में जल्द लागू करे, अन्यथा राज्य के पारा शिक्षक 15 नवंबर से आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।
उधर, पलामू के हैदरनगर में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की हैदरनगर प्रखंड इकाई की शनिवार को बैठक हुई। इसमें एकीकृत पारा शिक्षकों ने सरकार को झारखंड स्थापना दिवस पर एक बार फिर आंदोलन की चेतावनी दी।
बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह की ने की। बैठक का संचालन विश्वनाथ राम रवि ने किया। बैठक में हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र संयोजक विजय बहादुर सिंह और हुसैनाबाद प्रखंड अध्यक्ष पप्पू पटेल शामिल हुए।
बैठक में सर्वसम्मति से पारा शिक्षकों ने प्रस्तावित सेवा शर्त नियमावली 14 नवंबर तक लागू करने को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दिया।
शिक्षकों ने कहा कि सरकार शीघ्र पारा शिक्षकों की नियमावली लागू करे, नहीं तो राज्य स्थापना दिवस पर प्रखंड से सैकड़ों पारा शिक्षक रांची कूच करेंगे।
हुसैनाबाद प्रखंड अध्यक्ष पप्पू पटेल ने कहा कि शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो ने सरकार के वादे के अनुसार सेवा शर्त नियमावली के लिए कई बैठकें तो कीं, लेकिन अभी तक प्रस्तावित नियमावली पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया। इससे सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब पारा शिक्षकों को सरकार गुमराह नहीं कर सकती है।
पारा शिक्षकों में आक्रोश पनप रहा है। पारा शिक्षक आंदोलन को लेकर रणनीति बना रहे हैं। पारा शिक्षक बड़े और कड़े संघर्ष को लेकर तैयार हैं।
बैठक में सत्येंद्र सिंह, मशकूर अहमद, वरुण सिंह, अमित शर्मा, रविंद्र मेहता, संतोष पांडेय, अटल बिहारी राम, शिवसागर राम, संजय राम, दीपू राम रवि, राघवेंद्र सिंह, मंजूर अहमद, गोविंद राम, श्रवण श्रीवास्तव, फिरोज अंसारी और अजय सिंह सहित कई लोग शामिल थे।